दिल्ली धमाके के बाद रामनगर में पुलिस का फ्लैग मार्च, सुरक्षा व्यवस्था हुई कड़ी
सलीम अहमद साहिल
रामनगर (उत्तराखंड)।
दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। उत्तराखंड में भी इस घटना का गहरा असर दिखाई दे रहा है। इसी कड़ी में रामनगर पुलिस ने गुरुवार शाम शहर में फ्लैग मार्च निकालकर सुरक्षा का दमखम दिखाया और यह साफ संदेश दिया कि शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल मंजू नाथ टी.सी. के निर्देश पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सुमित पांडे के नेतृत्व में पुलिस फोर्स ने कोतवाली परिसर से फ्लैग मार्च की शुरुआत की। यह मार्च मुख्य बाजार, भवानीगंज, चोरपानी रोड समेत शहर के प्रमुख और भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजरता हुआ पुनः कोतवाली पर समाप्त हुआ।
फ्लैग मार्च के दौरान सीओ सुमित पांडे ने स्थानीय नागरिकों से अपील की कि—
> “यदि किसी स्थान पर कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।”
रामनगर पुलिस का यह फ्लैग मार्च न केवल सुरक्षा व्यवस्था का सशक्त प्रदर्शन था, बल्कि जनता के भीतर भरोसे और आत्मविश्वास की भावना को भी मजबूत करने वाला रहा। पुलिस बल ने स्पष्ट संदेश दिया है कि रामनगर में शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। उनकी इस प्राथमिकता को रामनगर पुलिस ने ज़मीन पर उतारते हुए पहले सघन चेकिंग अभियान चलाया और फिर फ्लैग मार्च के माध्यम से अपराधियों व असामाजिक तत्वों को यह चेतावनी दी कि जनता की सुरक्षा से समझौता किसी भी कीमत पर नहीं होगा।