काशीपुर–रामनगर रोड का स्टेडियम बना फिटनेस का नया केंद्र, खिलाड़ियों और आम लोगों की बढ़ रही आमद
काशीपुर–रामनगर रोड पर स्थित दोनों स्टेडियम इन दिनों युवाओं के भविष्य को सँवारने के साथ-साथ पूरे शहर की फिटनेस का नया केंद्र बनकर उभर रहे हैं। पहले जहाँ इन स्टेडियमों का इस्तेमाल मुख्य तौर पर सिर्फ खिलाड़ियों की प्रैक्टिस के लिए किया जाता था, वहीं अब सुबह और शाम लोगों की भीड़ यहां वॉक, रनिंग और एक्सरसाइज करती नजर आती है। खान-पान की अव्यवस्थित आदतें और लगातार बदलते मौसम के कारण बढ़ रही बीमारियों के बीच शहर के लोग अब स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा जागरूक हो रहे हैं और स्टेडियम उनके लिए सबसे सुरक्षित और बेहतर जगह साबित हो रहा है।
इस बीच कुछ लोगों की ओर से यह सवाल उठाया जा रहा है कि स्टेडियम में बाहरी लोगों के आने से खिलाड़ियों को अभ्यास में दिक्कत आती है। लेकिन यह पूरी तरह गलतफहमी है, क्योंकि स्टेडियम में बैडमिंटन, बॉक्सिंग, वॉलीबॉल और टेबल टेनिस जैसे खेलों के लिए अलग-अलग निर्धारित क्षेत्र तय किए गए हैं, जहाँ खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस नियमित रूप से करते हैं। फिटनेस के लिए आने वाले लोग ट्रैक और खुले क्षेत्र का उपयोग करते हैं, जिससे खिलाड़ियों और आम लोगों के बीच किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आती। इसके बावजूद कुछ लोग अपने निजी स्वार्थों के चलते इस व्यवस्था को गलत साबित करने की कोशिश कर रहे हैं और स्टेडियम प्रशासन पर अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं।
स्टेडियम में अग्निवीर भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की संख्या भी लगातार बढ़ती दिखाई दे रही है। युवा सुबह-सुबह दौड़, एक्सरसाइज और ट्रेनिंग करते हुए नजर आते हैं, जिसके कारण पूरा माहौल और अधिक अनुशासित हो गया है। इससे अन्य फिटनेस प्रेमियों को भी प्रेरणा मिल रही है और स्टेडियम एक पॉजिटिव एनर्जी का केंद्र बन चुका है।
हालांकि, स्टेडियम में ड्रेस कोड को लेकर भी चर्चा हो रही है। नियमों के अनुसार ट्रैक, रनिंग और फिटनेस जोन में स्पोर्ट्स लोअर या ट्रैक सूट पहनना आवश्यक है, लेकिन कई लोग अभी भी जींस पहनकर ही स्टेडियम में घूमते नजर आते हैं, जो नियमों के विपरीत है और जिन्हें रोकना जरूरी है। दूसरी ओर, स्टेडियम में आने वाली कई महिलाएँ पारंपरिक भारतीय पोशाक में होती हैं और उनके लिए स्पोर्ट्स ड्रेस पहनना हमेशा संभव नहीं होता। इसलिए इस मामले में प्रशासन और आम लोगों दोनों को संवेदनशीलता और समझदारी के साथ व्यवहार करना चाहिए, ताकि सभी वर्गों के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वस्थ वातावरण बना रहे।
कुल मिलाकर, काशीपुर–रामनगर रोड का यह स्टेडियम अब सिर्फ खिलाड़ियों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि स्वास्थ्य, अनुशासन और फिटनेस का एक ऐसा मंच बन चुका है जहाँ खिलाड़ी, फिटनेस प्रेमी, महिलाएँ और युवा—सभी मिलकर एक बेहतर और स्वस्थ शहर बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं।