कोहरे की चादर में मौत का साया: रेलवे ट्रैक और हाईवे पर हाथियों की आहट से दहशत, वन विभाग ने जारी किया ‘हाई अलर्ट’
मुकेश कुमार
तड़के सुबह का घना कोहरा और सामने बिछी मौत की पटरी… तराई केंद्रीय वन प्रभाग की टांडा रेंज में इन दिनों खौफ का साया मंडरा रहा है। घने कोहरे की आड़ में हाथियों के झुंड जंगल की सीमाओं को लांघकर सीधे रेलवे ट्रैक और नेशनल हाईवे पर पहुंच रहे हैं, जिससे विभाग की रातों की नींद उड़ गई है। शून्य दृश्यता (जीरो विजिबिलिटी) के बीच हाथियों का अचानक सड़कों पर आ जाना किसी बड़े खूनी मंजर को दावत दे रहा है। पूर्व में रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आकर कई गजराज अपनी जान गंवा चुके हैं, और अब वही खौफनाक इतिहास खुद को दोहराने की दहलीज पर खड़ा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर डिवीजन अलर्ट मोड पर आ गया है और रेलवे सहित वाहन चालकों को सख्त चेतावनी जारी कर दी गई है।
टांडा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रूप नारायण गौतम ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि भोजन और पानी की तलाश में हाथियों के झुंड लगातार जंगल से बाहर निकल रहे हैं। सबसे ज्यादा खतरा उन रेलवे ट्रैक पर है जहां तेज रफ्तार ट्रेनें गुजरती हैं और घने कोहरे के कारण लोको पायलट को दूर से कुछ भी दिखाई नहीं देता। वन्यजीवों और इंसानों के बीच बढ़ते इस संघर्ष ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया है। रेंजर गौतम के मुताबिक, रात के अंधेरे और कोहरे का फायदा उठाकर हाथी मुख्य सड़कों पर डेरा डाल रहे हैं, जो न केवल यातायात के लिए खतरा है, बल्कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन चुका है। विभाग ने रेलवे को स्पष्ट चेतावनी दी है कि संवेदनशील क्षेत्रों में ट्रेनों की रफ्तार पर लगाम कसी जाए ताकि किसी भी दर्दनाक हादसे को टाला जा सके।
मौत के इस खेल को रोकने के लिए वन विभाग ने अब मोर्चा संभाल लिया है। संवेदनशील इलाकों में विशेष गश्ती दलों का गठन कर उन्हें ‘डेथ जोन’ बन चुके रेलवे ट्रैक पर तैनात किया गया है। रात के सन्नाटे में वनकर्मी अपनी जान हथेली पर रखकर रेलवे पटरियों पर पहरा दे रहे हैं ताकि हाथियों की आहट मिलते ही उन्हें सुरक्षित जंगल की ओर खदेड़ा जा सके। वन क्षेत्राधिकारी ने आम जनता को भी कड़े शब्दों में आगाह किया है कि हाथियों को देखकर उनके करीब जाने या सेल्फी लेने की हिमाकत न करें, क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है। “हाथी की एक चिंघाड़ और कोहरे का अंधेरा मौत का पैगाम ला सकता है,” इन्ही शब्दों के साथ विभाग ने लोगों से सुरक्षित दूरी बनाने और सूचना तंत्र को मजबूत करने की अपील की है।