गुप्ता के प्यार में पागल प्रेमिका ने पति को रास्ते से हटाने के लिए कराया जानलेवा हमला क्या है सपना का खूनी खेल जानें
इन दिनों प्यार की परिभाषा ही बदल गई हर घड़ी प्यार करने वाला साजन चेंज होता हुआ दिखाई दे रहा है पहले प्यार एक अटूट रिश्ता माना जाता था अपनी प्यार की खातिर जिंदगी कुर्बान कर दी जाती थी लेकिन अब प्यार बस एक खेल बन कर रह गया जो आज इसके साथ हुआ तो कल उसके साथ हुआ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश से सामने आया जहां सात जन्मों की कसमें खाकर प्यार के अटूट बंधन बंधने के बाद भी धोखेबाज पत्नी ने अपने पति को मारने की कोशिश कोशिश में रच डाली अपने पति के साथ एक खौफनाक मौत का खेल प्रेमी के साथ रचा पत्नी का यह खौफनाक मौत का खेल फेल हो गया और मसीहा बनकर डॉक्टर ने एक बार तो पति की जान बचा ली लेकिन बेखबर अनजान पति को क्या पता था उसकी जान का दुश्मन कोई और नहीं उसकी धर्मपत्नी ही है जिसन इलाज के दौरान दवाई अपने पति को दवाइयां ना देकर धीरे-धीरे दवाइयों के नाम पर जहर देना शुरू कर दिया जिससे और पति का लिवर किडनी फेल हो गई और कुछ समय बाद पति की मौत हो गई लेकिन कहां जाता है ना जुल्म कितना भी कर लो एक ना एक दिन तो पाप का घड़ा भरता ही है कुछ दिन पति की मौत प्रमोद के बाद आखिर और पत्नी पर कानूनी शिकंजा कसा ही गया पुलिस ने सपना के प्रेमी और अन्य दो लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया
खूनी पत्नी की खूनी दास्तां
दरअसल मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र का है ऋषभ की शादी सपना नाम की युवती से हुई हिंदू धर्म रीति-रवाजों के के साथ धूमधाम से सात फेरे लेकर सात जन्मों का वादा देकर की गई लेकिन पत्नी वादाखिलाफी और अपने पति के पीठ पीछे राजकुमार गुप्ता नाम के युवक से आशिकी शुरू कर दी जिसकी भनक उसके पति को लग गई जिसके चलते दोनों में आपसी मनमुटाव रहने लगा लेकिन घर के क्लेश को देखकर पति ने अपनी पत्नी सपना को समझाने की कोशिश की लेकिन पत्नी पर आशिकी का इस कदर भूत था कि समझाने के बाद उसको उसका पति ही दुश्मन लगने लगा और पत्नी की मोहब्बत की कहानी में विलेन बन रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने रच डाला राजकुमार गुप्ता के साथ खूनी प्लान मिली जानकारी के अनुसार 27 नवंबर को चकरपुर गांव से शादी समारोह से लौट रहे पति पर कुछ अज्ञात लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया जिसमें पति गंभीर रूप से घायल हो गया ऋषभ लोगों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया और डॉक्टरों के अच्छे इलाज के चलते तृषा जल्द ही रिकवर हो हो गया लेकिन अस्पताल के डिस्चार्ज के बाद पत्नी ने सिर पति को रास्ते से हटाने के लिए एक बार फिर खेला खूनी खेल रिचार्ज के बाद डॉक्टर ने घर पर मेडिसन देने के लिए पत्नी को दी लेकिन पत्नी धीरे-धीरे मेडिसन के नाम पर गलत दवाइयां देने लगी जिससे धीरे-धीरे तृषा के लैंस्वा लीवर में दाग होने शुरू हो गए और 13 दिसंबर को उसकी मौत हो गई
कैसे बेनकाब हुई पत्नी जाने
कहते हैं ना अपराधी कितना भी साथ ही क्यों ना हो कहीं ना कहीं कुछ न कछ क्लू तो छोड़ता ही है ऐसे ही सबूत के चलते फस गई बेवफा पत्नी दरअसल 27 नवंबर क ऋषभ त्रिपाठी पर जानलेवा हमला हुआ था जिसमें त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल भी हो गया था कुछ समय इलाज के बाद डॉक्टरों ने ऋषभ त्रिपाठी को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया था लेकिन एक बार फिर घर में तबियत बिगड़ने के चलते उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और हॉस्पिटल में ऋषभ त्रिपाठी ने अंतिम सांस ली जिसकी मौत के बाद घर परिजनों में मातम सा फैल गया और उसे न्याय दिलाने के लिए कानूनी दरवाजा खटखटाया परिजनों को शक था कि उसके पड़ोस में रहने वाले रामकृष्ण विश्वकर्मा ने उनके घर के चिराग को बुझाया है दरअसल ऋषभ त्रिपाठी और रामकृष्ण विश्वकर्मा में काफी लंबे समय से आपसी विवाद था उसी विवाद के चलते परिजनों को लगा कि ऋषभ त्रिपाठी पर जानलेवा हमला उसी ने कराया जिसकी नाम दर्ज तहरीर थाने में देकर परिवार वालों ने न्याय की गुहार लगाई पुलिस ने भी शिकायती पत्र लेते ही तत्परता दिखाते हुए मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच में जुट गई लेकिन परिजनों के बताए नाम वाले व्यक्ति पर पुलिस को कोई भी सबूत ना मिला ना ही कोई सम्मिलिता पाई गई जिसके बाद पुलिस ने मामले को और भी गंभीरता से लेना शुरू कर दिया और परिवार वालों के नंबर भी सर्व लांच शुरू कर दिए कोशिश भी जांच के दौरान पुलिस को पत्नी के घनिष्ठ संबंधों के बारे में पता चला और पुलिस ने राजकुमार गुप्ता पर नजर रखनी शुरू कर दी और धीरे-धीरे पूरे मामले से पर्दा हटा गया मामला अब आईने की तरह पुलिस के सामने साफ हो गया और पुलिस ने अब दोनों के खिलाफ सबूत जुटाने शुरू कर दिए और इस बीच मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस के पास आ चुकी थी बस अब पुलिस को इस पूरे मामले में पत्नी और उसके प्रेमी के साथ और कौन-कौन लोक सम्मिलित है उस पर जांच शुरू कर दी जांच के बाद एक के बाद एक आरोपी बेनकाब होता रहा पति पर हमला करने वालों के साथ साथ पत्नी और उसके प्रेमी साथ ही सुरेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया सुरेंद्र यादव सुरेंद्र यादव मेडिकल संचालित करने वाला व्यक्ति है जो मृतक की पत्नी के साथ मिलकर उसको धीरे-धीरे ऐसी दवाइयां और इंजेक्शन देने लगा जो जिससे धीरे-धीरे मृतक के ऑर्गन फेल होते गए और मेरा तक की मौत हो गई किसी की दुनिया उजाड़ उजाड़ कर अपनी दुनिया बसाने वाले प्रेमी और पत्नी सपना के साथ-साथ सुरेंद्र विश्वकर्मा और सुरेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल की कालकोठरी में बंद कर दिया बरहाल यह सभी अब अपनी जमानत के प्रयास में जुटे हुए हैं, साथी कल्याणपुर थाना क्षेत्र के थाना अध्यक्ष के लिए एक सलूट तो बनता है जिन्होंने निष्पक्ष जांच की और सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा,