ठाकुरद्वारा प्रदेश की जनता को सुधारने के लिए निकले यू ट्यूबर चढ़े पुलिस के हत्थे
यामीन विकट
प्रदेश की जनता को सुधारने के लिए ठाकुरद्वारा से यात्रा पर निकले यूट्यूबर लखनऊ में उस जगह जा पँहुचे जंहा जाना निषेध है। ये स्थान मुख्यमंत्री आवास के नजदीक है इसलिए मामले की नजाकत को देख पुलिस ने उन्हें कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी तो यूट्यूबर कुछ भी प्रमाण पत्र आदि नहीं दिखा पाए। शैक्षिक प्रमाण पत्र और शैक्षिक योग्यता तक उनके पास नहीं थी। लखनऊ की पुलिस ने कोतवाली पुलिस से सम्पर्क कर मामले की जानकारी देकर तीनों युवकों कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। इसमें तीनों को शांति भंग करने के आरोप में एसडीएम न्यायालय में पेश किया।
यूट्यूबर पूरे क्षेत्र में सक्रिय हैं उनका अपना कोई नेटवर्क और किसी समाचार एजेंसी आदि से संपर्क नहीं है बल्कि यूट्यूब पर समाचार डाउनलोड कर व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया के माध्यम से खबरें डाल क़र भ्रम पैदा करते रहते हैं।
इनके हौसले इतने बढ़ गए कि पिछले दिनों मारुती 800 कार पर उजाला 21 लिखकर बाकायदा रैली निकालकर लखनऊ जा पहुंचे और वँहा मुख्यमंत्री आवास के नजदीक ड्रामा करने लगे। पुलिस ने आनन-फानन में धर दबोचा। पूछताछ की गई तो यह कोई भी शैक्षिक प्रमाण पत्र और कोई समाचार एजेंसी का प्रमाण पत्र नहीं दिखा पाए। लखनऊ पुलिस ने इन्हें ठाकुरद्वारा कोतवाली पुलिस को भेज दिया। कोतवाली पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र के गांव दुल्हापुर सबलपुर निवासी अनुज पुत्र सोमपाल,अमानताबाद निवासी सुरेश पुत्र बलवीर और कोतवाली क्षेत्र के ही गांव टांडा अफजल निवासी जितेंद्र पुत्र लोलिन सिंह को शांति भंग करने के आरोप में एसडीएम न्यायालय में पेश किया। इस मामले की चर्चा करते हुए लोग शोले फ़िल्म के असरानी द्वारा बोले गए डायलॉग के ज़रिए चुटकी लेते हुए दिख रहे हैं जिसमे असरानी कहते हैं कि ,हम उन जेलरों की तरह नही जो कैदियों को सुधारने की फिक्र में लगे रहते हैं अरे जब हम नही सुधरे तो तुम क्या सुधरोगे,