काशीपुर की सड़कों पर घूम रहे हैं नटवरलाल साहब
Forest department : फिल्मों में तो आपने नटवरलाल खूब देखे होंगे जो पैसे कमाने की धुन में एक लोगों को टोपी पहनाता फिरता है कभी अपने आप को अधिकारी बन जाता है तो कभी उद्योगपति ऐसा ही एक नटवरलाल इन दिनों काशीपुर की सड़कों पर भी घूम रहा है। जो अपने आप को वन विभाग का कर्मचारी बताकर वाहनों की चेकिंग करता है।

जानें पूरा मामला
जंगलों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने कुछ प्राइवेट व्यक्तियों को टेंपरेरी तौर पर नियुक्त किया था। और इस नियुक्ति में कुलदीप नाम के शख्स को भी नियुक्त किया था जिसकी शिकायतों के बाद डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने बर्खास्त भी कर दिया था। लेकिन कुलदीप नाम के नटवरलाल की नटवरलाली खत्म होने के बजाय बढ़ती चली गई, बर्खास्त होने के बाद वन विभाग की वर्दी पहन अपने आपको वन विभाग का कर्मचारी बताकर इनोवा कार से सड़कों पर घूमने लगा कथित मिस्टर नटवरलाल और खनिज के वाहनों को रोककर उनकी चेकिंग करने लगा और उन्हें कानूनी पाठ पढ़ा कर डरा धमका लगा, आरोप है कि वहां सीज ना करने के नाम पर मिस्टर नटवरलाल पैसों की मांग भी करते हैं और वहां स्वामियों को अच्छे से डरा धमका कर उन से अवैध रूप से पैसों की भी मांग करते हैं। जिसकी सूचना मिलते ही वन विभाग के डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने काशीपुर वन विभाग टीम को कड़े निर्देश दिए हैं कि अगर कुलदीप नाम का शख्स अपने आपको वन विभाग का कर्मचारी बताकर कुछ भी गतिविधियां करता है तो उसके खिलाफ त्वरित कार्यवाही की जाए।

आखिर कब कैसे खत्म होगा नटवरलाल का जाल
एक तरफ प्रदेश के मुखिया प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नटवरलाल साहब कानून को ठेंगा दिखाकर वन कर्मचारी बनकर वाहनों की चेकिंग करते फिर रहे हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी क्या कब तक नटवरलाल की नटवरलाली चलती है,और कब तक इस नटवरलाल पर कानूनी शिकंजा कसा जाता है।
