साउथ कोरिया की करेंसी: वॉन (KRW) का इतिहास, मूल्य और वर्तमान आर्थिक स्थित
साउथ कोरिया की आधिकारिक मुद्रा का नाम है वॉन (Won), जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर KRW (South Korean Won) के रूप में जाना जाता है। वॉन का प्रतीक ₩ है और इसे कोरिया की सेंट्रल बैंक संस्था Bank of Korea द्वारा जारी और नियंत्रित किया जाता है। 1945 में जापानी शासन से स्वतंत्रता मिलने के बाद साउथ कोरिया ने अपनी अलग मुद्रा प्रणाली अपनाई, और 1962 में वॉन का नया स्वरूप लॉन्च हुआ। 1 वॉन को 100 “जिओन” (Jeon) में बांटा जाता है, लेकिन जिओन अब प्रचलन में लगभग समाप्त हो चुका है और लेन-देन में केवल वॉन का ही इस्तेमाल होता है। साउथ कोरिया की करेंसी नोट्स 1,000 ₩, 5,000 ₩, 10,000 ₩ और 50,000 ₩ के मूल्य में उपलब्ध हैं, जबकि सिक्के 10 ₩, 50 ₩, 100 ₩ और 500 ₩ में जारी होते हैं। नोटों पर कोरिया के ऐतिहासिक व्यक्तित्व और सांस्कृतिक धरोहरों की तस्वीरें होती हैं — जैसे 50,000 ₩ नोट पर Shin Saimdang, 10,000 ₩ नोट पर King Sejong the Great और 5,000 ₩ नोट पर Yi I। मौजूदा समय में 1 साउथ कोरियन वॉन का मूल्य भारतीय रुपये के मुकाबले काफी कम है (लगभग 1 INR = 16-17 KRW) और US Dollar के मुकाबले 1 USD = करीब 1,300-1,400 KRW होता है, हालांकि यह दरें विदेशी मुद्रा बाजार में लगातार बदलती रहती हैं। साउथ कोरिया की अर्थव्यवस्था हाई-टेक इंडस्ट्री, ऑटोमोबाइल, शिपबिल्डिंग, सेमीकंडक्टर और K-pop/K-drama जैसे ग्लोबल कल्चर पर आधारित है, जिससे वॉन की अंतरराष्ट्रीय स्थिरता पर असर पड़ता है। 1997 के एशियन फाइनेंशियल क्राइसिस के दौरान वॉन की वैल्यू में भारी गिरावट आई थी, लेकिन इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के साथ आर्थिक सुधार योजनाओं और तेज़ी से बढ़ते एक्सपोर्ट सेक्टर के कारण इसने फिर मजबूती पाई। आज के समय में वॉन साउथ कोरिया के आर्थिक विकास का प्रतीक माना जाता है और डिजिटल पेमेंट, क्रिप्टोकरेंसी और कैशलेस ट्रांजैक्शन के दौर में भी इसकी अहमियत बनी हुई है। देश में QR कोड पेमेंट, मोबाइल बैंकिंग और e-Wallet का प्रयोग तेजी से बढ़ा है, लेकिन फिजिकल करेंसी अब भी बाजार और छोटे व्यापार में अहम भूमिका निभाती है। साउथ कोरिया में विदेशी पर्यटक एयरपोर्ट, बैंकों और करेंसी एक्सचेंज सेंटर्स में आसानी से वॉन में मुद्रा बदल सकते हैं, जबकि कार्ड पेमेंट लगभग हर जगह स्वीकार किए जाते हैं। वॉन की मजबूती को बनाए रखने के लिए Bank of Korea समय-समय पर मॉनेटरी पॉलिसी, ब्याज दरों में बदलाव और विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन करता है। कुल मिलाकर, साउथ कोरिया की करेंसी सिर्फ़ आर्थिक लेन-देन का माध्यम नहीं बल्कि कोरिया की सांस्कृतिक पहचान, आर्थिक शक्ति और वैश्विक प्रभाव का भी प्रतीक है।