जुमा की नमाज़ पढ़ने का तरीका – Jumme Ki Namaz Padhne Ka Tarika in Hindi
नई दिल्ली, 17 जुलाई 2025:
इस्लाम धर्म में शुक्रवार (जुमा) का दिन बहुत फज़ीलत वाला दिन माना जाता है। इस दिन की नमाज़ – “नमाज़-ए-जुमा” – मुसलमानों के लिए खास अहमियत रखती है। यह नमाज़ ज़ुहर की जगह अदा की जाती है, लेकिन इसके साथ दो खुतबे (प्रवचन) भी होते हैं जो इसकी अलग पहचान बनाते हैं।
जुमा की नमाज़ पढ़ने से पहले की तैयारी
गुस्ल (पवित्र स्नान) करना
साफ-सुथरे कपड़े पहनना
इत्र लगाना (अगर मुमकिन हो)
जल्द मस्जिद पहुँचना
सुरह अल-कहफ पढ़ना (सुन्नत है)
जुमा की नमाज़ का समय
जुमा की नमाज़ आमतौर पर ज़ुहर के वक़्त अदा की जाती है, लेकिन मस्जिद की जमात का समय अलग-अलग हो सकता है। खुतबा नमाज़ से पहले दिया जाता है, और इसे ध्यान से सुनना वाजिब होता है।
जुमा की नमाज़ पढ़ने का तरीका (Step-by-Step)
1. चार रकात सुन्नत (मु’अक्कदा):
सबसे पहले मस्जिद पहुँच कर 4 रकात सुन्नत नमाज़ अदा करें।
2. इमाम का खुतबा सुनना:
खुतबा दो हिस्सों में होता है — पहले में तक़वा, अल्लाह का ज़िक्र और नसीहत, और दूसरे में दुआ। खुतबे के दौरान बिल्कुल खामोश रहना ज़रूरी है।
3. दो रकात फर्ज़ (जमात के साथ):
खुतबे के बाद इमाम की अगुवाई में दो रकात फर्ज़ नमाज़ अदा की जाती है।
4. दो रकात सुन्नत (बाद नमाज़):
फर्ज़ के बाद दो रकात सुन्न
त नमाज़ पढ़ना है।
5. **फिर दो या चार रकात