Alhamdu ki Surat Hindi me
अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल ‘आलमीन।
अर-रहमान-अर-रहीम।
मालिक यौमिद्दीन।
इय्याक न’बुदु व इय्याक नस्तईन।
इह्दिनास्सिरात्लमुस्तकीम।
सिरातल्लजीना अनअमत अलैहिम।
गैरिलमगदूबइ अलैहिम वलाद्दाल्लीन।
सूरह अल-फातिहा, जिसे अल्हम्दु (आल्हम्दु) भी कहते हैं, कुरान की पहली सूरह है और इसे हर नमाज़ में पढ़ा जाता है। यहाँ आपको उसका अरबी में लिखा हुआ अंश दिया गया है, जिसका हिंदी अनुवाद ऊपर दिया गया है।
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
الْحَمْدُ لِلَّهِ رَبِّ الْعَالَمِينَ
الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
مَالِكِ يَوْمِ الدِّينِ
إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ
اهْدِنَا الصِّرَاطَ الْمُسْتَقِيمَ
صِرَاطَ الَّذِينَ أَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ غَيْرِ الْمَغْضُوبِ عَلَيْهِمْ وَلَا
الضَّالِّينَ
सूरह अल-फातिहा (अल्हम्दु)
सभी प्रशंसा अल्लाह की है, जो संसारों का पालनहार है।
रहमान, रहीम।
वह परम दयालु और करुणामय है।
मालिक यहूद ओ नसरानी का, जिनका अन्त ही उसी के पास है।
हम उसी की आराधना करते हैं और उसी से सहायता मांगते हैं।
हमें सीधा मार्ग दिखा, जो उन्होंने नेबियों को दिखाया,
ना जिनका कोप पड़ा, और न ही जिनका गुमान।