सावधान! कड़ाके की ठंड बढ़ा रही है हार्ट अटैक का खतरा; जानें क्यों सर्दियों में ‘साइलेंट किलर’ बन जाता है मौसम और कैसे रखें अपने दिल का ख्याल
नई दिल्ली/डेस्क: उत्तर भारत समेत पूरे देश में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का कहर शुरू हो चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गिरता हुआ तापमान केवल सर्दी-जुकाम ही नहीं, बल्कि आपके दिल के लिए भी बेहद खतरनाक साबित हो सकता है? चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हार्ट अटैक (Heart Attack) और कार्डियक अरेस्ट के मामले लगभग 30 से 50 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं। चिकित्सा विज्ञान के नजरिए से देखें तो अत्यधिक ठंड के कारण हमारे शरीर की रक्त धमनियां (Blood Vessels) सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त का प्रवाह कठिन हो जाता है और रक्तचाप (Blood Pressure) अचानक बढ़ जाता है। बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर और खून का गाढ़ा होना हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जो अंततः अटैक का मुख्य कारण बनता है।
सर्दियों में होने वाले हार्ट अटैक को अक्सर ‘साइलेंट किलर’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि कई बार लोग सीने में दर्द को सामान्य गैस या एसिडिटी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सुबह के समय तापमान सबसे कम होता है और इसी दौरान शरीर में ‘कॉर्टिसोल’ जैसे तनाव हार्मोन का स्तर भी बढ़ा होता है, जो दिल के दौरे के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है। विशेषकर बुजुर्गों, उच्च रक्तचाप के मरीजों और पहले से दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह मौसम अग्निपरीक्षा जैसा होता है। इसके अलावा, सर्दियों में शारीरिक गतिविधि कम होना और खान-पान में लापरवाही भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाकर दिल की धमनियों में ब्लॉकेज पैदा करती है।
अपने दिल को सुरक्षित रखने के लिए विशेषज्ञों ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए हैं। सबसे पहले, खुद को लेयर्स (परतों) में गर्म कपड़ों से ढंक कर रखें ताकि शरीर का तापमान स्थिर रहे। सुबह के समय जब ठंड बहुत अधिक हो, तो बाहर टहलने जाने से बचें और संभव हो तो घर के अंदर ही योग या हल्की एक्सरसाइज करें। अपने खान-पान में नमक और वसायुक्त भोजन की मात्रा कम करें और नियमित अंतराल पर अपना ब्लड प्रेशर चेक कराते रहें। यदि आपको सीने में भारीपन, सांस फूलना, अत्यधिक पसीना आना या जबड़े और बाएं हाथ में दर्द महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज किए बिना तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। TheGreatNews.in आप सभी से अपील करता है कि इस कड़ाके की ठंड में सतर्क रहें और अपने परिवार के साथ-साथ अपने दिल की सेहत का भी पूरा ध्यान रखें
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