यूरिया खाद में गड़बड़ी — बाजपुर में दुकान में रिकॉर्ड और स्टॉक में भारी अंतर पाए गए
उत्तराखंड के बाजपुर क्षेत्र से बड़ी खबर सामने आई है, जहां खाद की आपूर्ति और वितरण में गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है। जानकारी के अनुसार एक खाद की दुकान पर की गई जांच में रिकॉर्ड और वास्तविक स्टॉक में भारी अंतर पाया गया। जांच टीम को संदेह है कि दुकान मालिक ने किसानों को मिलने वाले यूरिया खाद (Urea Fertilizer) की सप्लाई में अनियमितताएँ की हैं और संभवतः अवैध रूप से खाद को ब्लैक मार्केट में बेचा गया है। अधिकारियों का कहना है कि स्टॉक रजिस्टर में दर्ज मात्रा और गोदाम में मौजूद खाद की मात्रा में स्पष्ट असमानता पाई गई, जिससे यह साफ होता है कि बड़े पैमाने पर खाद वितरण में हेरफेर हुआ है।
इस गड़बड़ी की खबर सामने आने के बाद स्थानीय किसानों में आक्रोश है क्योंकि पहले ही फसल सीजन में खाद की कमी की समस्या बढ़ रही है। किसानों का कहना है कि यूरिया खाद समय पर और पर्याप्त मात्रा में न मिलने से उनकी फसलों की उत्पादकता पर सीधा असर पड़ता है। वहीं प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दुकान मालिक से जवाब तलब किया है और पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। कृषि विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि अगर गड़बड़ी साबित होती है तो लाइसेंस निरस्त करने के साथ-साथ आपराधिक कार्रवाई भी की जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि खाद जैसी महत्वपूर्ण कृषि वस्तु में गड़बड़ी सीधे फूड सिक्योरिटी और किसानों की आय पर चोट करती है। इस तरह के मामलों से न केवल बाजार व्यवस्था प्रभावित होती है बल्कि सरकार की किसान-हितैषी योजनाओं पर भी सवाल खड़े होते हैं। फिलहाल बाजपुर के इस केस ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है और संभावना है कि आने वाले दिनों में अन्य जिलों में भी खाद दुकानों की आकस्मिक जांच (Surprise Inspection) की जाएगी।