Election 2025 – Political Parties की Vote Bank Strategies का पूरा गेमप्लान
लोकसभा चुनाव 2025 में सभी राजनीतिक दल अपने-अपने Vote Bank को मजबूत करने और नए मतदाताओं को लुभाने के लिए अलग-अलग रणनीतियां अपना रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) हिंदुत्व, राष्ट्रीय सुरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और कल्याणकारी योजनाओं को मिलाकर एक “कम्बाइंड नैरेटिव” पेश कर रही है। बीजेपी का फोकस उत्तर भारत में हिंदुत्व और विकास, पूर्वोत्तर में क्षेत्रीय पहचान, दक्षिण में भाषा और संस्कृति के सम्मान के साथ-साथ केंद्र की योजनाओं की पहुंच को दिखाने पर है। दूसरी ओर, कांग्रेस (Congress) गरीब वर्ग, किसान, युवाओं और अल्पसंख्यकों को साधने की रणनीति पर काम कर रही है, जिसमें न्याय योजना, बेरोजगारी भत्ता, और शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाओं के वादे शामिल हैं। क्षेत्रीय दल जैसे समाजवादी पार्टी (SP), तृणमूल कांग्रेस (TMC), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK), आम आदमी पार्टी (AAP) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अपने-अपने राज्यों में स्थानीय मुद्दों और जातीय समीकरणों को केंद्र में रखकर रणनीति बना रहे हैं। वोट बैंक की राजनीति में जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्रीय पहचान सबसे बड़े हथियार माने जाते हैं, और यही वजह है कि यूपी-बिहार में जातीय जनगणना, महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण, तमिलनाडु में भाषा और आंध्र प्रदेश में क्षेत्रीय स्वाभिमान जैसे मुद्दे फिर से गरमाए गए हैं। महिला वोटरों को साधने के लिए मुफ्त गैस सिलेंडर, स्कूटी योजना, छात्रवृत्ति और सेल्फ-हेल्प ग्रुप लोन जैसी घोषणाएं हो रही हैं, जबकि युवा वोटरों के लिए स्टार्टअप ग्रांट, नौकरी भर्ती अभियान और डिजिटल स्किल ट्रेनिंग का वादा किया जा रहा है। अल्पसंख्यक वोट बैंक को लुभाने के लिए धार्मिक स्थलों के विकास, सुरक्षा और सांस्कृतिक आयोजनों पर जोर दिया जा रहा है