Election 2025 – मतदान केंद्रों पर हाईटेक सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग के नए नियम
लोकसभा चुनाव 2025 में मतदान केंद्रों पर इस बार सुरक्षा व्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा हाईटेक और सख्त कर दी गई है, ताकि वोटिंग प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, सुरक्षित और कोविड-19 जैसे स्वास्थ्य जोखिमों से मुक्त हो सके। चुनाव आयोग ने देशभर के हजारों मतदान केंद्रों पर CCTV कैमरे, लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम और मेटल डिटेक्टर जैसे आधुनिक उपकरण लगाए हैं, जिससे न केवल वोटिंग प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग हो सके बल्कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। सुरक्षा बलों की तैनाती भी इस बार तीन लेयर में की जा रही है – पहला बाहरी घेरा, दूसरा मतदान केंद्र के प्रवेश द्वार पर और तीसरा मतदान कक्ष के अंदर, ताकि कोई भी अवांछित तत्व चुनाव में बाधा न डाल सके। कोविड-19 के बाद से लागू हुई Social Distancing गाइडलाइंस का भी पालन किया जा रहा है, जिसमें वोटरों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी, थर्मल स्कैनिंग, मास्क पहनना और हैंड सैनिटाइजेशन को अनिवार्य किया गया है। मतदान केंद्रों पर खास निशान और फ्लोर मार्किंग बनाई गई हैं ताकि लाइन में खड़े मतदाता दूरी बनाए रख सकें, वहीं बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए अलग काउंटर और व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। बैलेट यूनिट और EVM मशीनों को हर वोटिंग के बाद सैनिटाइज किया जा रहा है, और बूथ कर्मचारियों को PPE किट्स और ग्लव्स पहनकर ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है, जिससे भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा की स्थिति का रियल-टाइम अपडेट कंट्रोल रूम तक पहुंच सके। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार की सुरक्षा व्यवस्था न केवल फिजिकल सिक्योरिटी को मजबूत बना