उद्यमी का वायरल रूटीन: सफलता लंबे काम के घंटों से नहीं, परिणाम से आती है—हसल कल्चर पर छिड़ी बहस
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक Indian Entrepreneur का Viral Routine चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसने साफ कहा कि सफलता (Success) लंबे काम के घंटों से नहीं बल्कि सही दिशा और परिणाम (Results) से आती है, और इसी बयान के बाद से #HustleCulture पर बड़ी बहस छिड़ गई है। आम तौर पर Startup Ecosystem में यह धारणा रही है कि Founder या Entrepreneur अगर दिन के 16–18 घंटे काम नहीं करता तो वह सफल नहीं हो सकता, लेकिन इस वायरल वीडियो और उसके बाद हुई चर्चाओं ने इस सोच को चुनौती दी है। उद्यमी का कहना है कि “मैं रोज़ 18 घंटे काम नहीं करता, मैं केवल 8 से 10 घंटे Productive Work करता हूँ और उसी से Results निकलते हैं। Success का मतलब Busy दिखना नहीं बल्कि Smart Execution है।” इस बयान के बाद Twitter, LinkedIn और Instagram पर लोग दो हिस्सों में बंट गए हैं—एक पक्ष का मानना है कि Hard Work और Long Hours ही सफलता की कुंजी हैं, जबकि दूसरा पक्ष Productivity, Balance और Mental Health को ज्यादा महत्वपूर्ण मान रहा है।
हसल कल्चर (Hustle Culture) यानी हर वक्त काम में डूबे रहना, नींद और निजी जीवन को त्याग देना, पिछले कुछ सालों में खासकर Startup और Tech Industry में तेजी से बढ़ा है। Elon Musk, Jack Ma और कई बड़े बिजनेस आइकॉन ने भी Hard Work और Sleepless Nights को Success Mantra बताया है, लेकिन दूसरी ओर कई Researchers और Psychologists कहते हैं कि यह Tr
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