दिल्ली सचिवालय से गायब हुईं फाइलों के मामले में FIR दर्ज
Missing File Delhi Secretariat : केजरीवाल सरकार ने कही यह बात दिल्ली सचिवालय से गोपनीय फाइल गायब होने की शिकायत मिलने के बाद आईपी इस्टेट थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह शिकायत विजिलेंस के विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर ने दी थी। पुलिस कार्यालय के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है।
डीसीपी संजय कुमार सैन का कहना है की 31 मई को इस बात की सूचना मिली और राजेश्वर ने यह बताया की कुछ ज़रूरी फाइले थी जो उनके कक्ष में राखी हुई थी और वहां ऐसी भी फाइल्स भी राखी थी जिनपर केंद्र एजेंसियां जांच में लगी है बताया जा रहा है की दिल्ली के सचिवालय में स्थित कक्ष में 15-16 मई रात को अधिकृत तरीके से जाकर सभी फाइलों को गायब कर दिया और कुछ फाइलों की छाया प्रतिलिपि भी की थी और उन्हें ऐसा लगता है की जैसे कुछ ज़रूरी सबूतों को ख़तम कर दिया गया है या चुरा लिया गया है और कुल 67 फाइलें वहां से गायब हैं आवास की मर्रमत और आबकारी निति घोटाले से सम्बंधित सभी फाइलें ये सभी इनमे शामिल है कुछ मामलों की कोर्ट में सुनवाई भी हो रही है।
इसके अलावा अभिनव समाज नाम की गैर सरकारी संस्था के फर्जी लेटरहेड पर आईएएस राजशेखर के खिलाफ फर्जी शिकायत दी है। हालांकि, संस्था ने ऐसे किसी भी पत्र को लिखने से इनकार कर दिया था। राजशेखर ने शिकायत में कहा था कि यह कदम उनकी छवि को धूमिल करने के लिए किया गया था।अज्ञात पर झूठी एफआईआर दर्ज कराई : भारद्वाजवहीं,सचिवालय से फाइल गायब होने के मामले में एफआईआर दर्ज कराने पर दिल्ली सरकार ने प्रतिक्रिया दी है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि राजशेखर को कथित तौर पर फाइलों को अपने पास रखने की आदत है, जिसके लिए उन्हें कई बार फटकार भी लगाई गई है। पूरे प्रकरण पर दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को ट्वीट में लिखा कि सुधीर कुमार सचिव सतर्कता की नियुक्ति एलजी ने की थी न कि हमने। उन्होंने 16 मई को मुख्य सचिव नरेश कुमार को स्पष्ट रूप से लिखा था कि उनके निर्देश पर छाया फाइलें बनाई गई हैं। मंत्री से इसका कोई लेना-देना नहीं है और यह उनके कनिष्ठ राजशेखर की भी जानकारी में था। तो फिर ऐसी स्थिति में अज्ञात के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।