ऑस्ट्रेलिया में हाउसिंग मार्केट – क्रैश नहीं, लेकिन संकट की बारिश

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ऑस्ट्रेलिया में हाउसिंग मार्केट – क्रैश नहीं, लेकिन संकट की बारिश

 

सिडनी/मेलबर्न, 14 जुलाई 2025 – ऑस्ट्रेलिया का आवासीय बाजार “क्रैश” के बवंडर की बजाए मजबूत स्थिति दिखा रहा है, लेकिन इससे कई गंभीर आर्थिक और सामाजिक चुनौतियां उभर रही हैं।

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हाल की कीमतों की स्थिति

 

राष्ट्रीय रियल एस्टेट मूल्यों में जून 2025 तक लगातार पाँच महीनों में 0.6% की वृद्धि हुई है‌ ।

 

नगर एवं उपनगर, जैसे टाउनस्विले और पर्थ, में घरों की कीमतों में ड्रामैटिक बढ़त बनी हुई है—टाउनस्विले में कीमतें 2019 से अब तक लगभग दोगुनी हो चुकी हैं ।

गिरावट भी देखने को मिली, लेकिन सीमित

 

जून तिमाही में 192 हाउसिंग सबर्ब्स और 168 यूनिट मार्केट्स में कीमतें गिरीं। विशेष रूप से, NSW के Lalor Park यूनिट्स में 17% की भारी गिरावट दर्ज की गई; वहीं QLD के Point Lookout में घरों की कीमतें लगभग 6% कम हुईं, ₹108,000 तक की गिरावट के साथ ।

कसता पड़ाव—मध्यम वर्ग संकट में

 

गृहक्यों के लिए ‘ड्रीम होम’ एक दूर का सपना बन गया है; औसत परिवार अपनी आय का लगभग आधा हिस्सा घर पर खर्च कर रहा है ।

 

किराए की वृद्धि भी आय से तेज़ है—राष्ट्रीय स्तर पर लगभग A$10,920 प्रति वर्ष का इजाफा हुआ; पर्थ में यह A$16,640 तक पहुंच गया, जबकि मजदूरी केवल A$3,000 बढ़ी है ।

 

परिणामस्वरूप, कई युवा “rent-vesting” की ओर रुख कर रहे हैं—किराएदार रहते हुए निवेश के लिए खरीदारी करना—जो गृह संपत्ति तक पहुंच कम कर रहा है ।

योजना और नीति: चुनौती अभी बाक़ी है

 

सरकार का लक्ष्य 2030 तक 1.2 मिलियन घरों का निर्माण करना है, लेकिन 2024 में केवल 177 हजार घर बने—यह लक्ष्य पूर्ति से करीब 375,000 घर पीछे है ।

 

इसके पीछे कारण: उच्च निर्माण लागत (2014–24 तक 53% तक की वृद्धि), लेबर shortage, लम्बे निर्माण समय और जटिल नियोजन प्रक्रियाएँ ।

 

Central बैंक (RBA) की ब्याज दर में कुछ कमी खरीदारों के लिए राहत दे रही है, लेकिन यह मांग बढ़ा रही है जिससे कीमतें स्थिर या बढ़ ही रही हैं ।

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