ऑनलाइन रियल मनी गेम्स पर प्रस्तावित ट्विटर बैन: नियम तोड़े तो दो साल जेल और ₹1 करोड़ जुर्मान
भारत में ऑनलाइन रियल मनी गेम्स (Online Real Money Games) को लेकर सरकार और सोशल मीडिया कंपनियों के बीच लगातार बहस तेज़ होती जा रही है और अब खबर है कि ट्विटर (अब X) जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर इन गेम्स के विज्ञापन और प्रमोशन को लेकर कड़ा एक्शन प्लान प्रस्तावित किया गया है, रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार एक नया रेगुलेशन लाने की तैयारी में है जिसके तहत यदि कोई प्लेटफ़ॉर्म या व्यक्ति ऑनलाइन रियल मनी गेम्स से जुड़े कंटेंट या विज्ञापन नियमों का उल्लंघन करता है तो उस पर दो साल तक की जेल और ₹1 करोड़ तक का जुर्माना लगाया जा सकता है, यह प्रस्ताव इसलिए अहम है क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन रियल मनी गेम्स जैसे पोकर, फैंटेसी क्रिकेट, ऑनलाइन रम्मी और अन्य कैश-बेस्ड गेम्स की लोकप्रियता बेहद तेजी से बढ़ी है और इनसे जुड़ी शिकायतें भी लगातार सामने आ रही हैं, खासकर युवा और किशोर उम्र के लोग इन गेम्स की लत का शिकार हो रहे हैं जिससे आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव की स्थिति बन रही है, केंद्र सरकार पहले ही ऑनलाइन बेटिंग और जुए से जुड़े कई विज्ञापनों को भ्रामक करार दे चुकी है और अब ट्विटर जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर इनके प्रमोशन पर पूरी तरह रोक लगाने की तैयारी की जा रही है, प्रस्तावित नियमों में साफ कहा गया है कि अगर कोई कंपनी या यूज़र बिना अनुमति ऐसे विज्ञापन चलाता है या गेम्स को बढ़ावा देता है तो उसे सज़ा और भारी जुर्माने का सामना करना पड़ेगा, इसके पीछे सरकार का तर्क है कि सोशल मीडिया का प्रभाव करोड़ों लोगों तक होता है और यदि इस माध्यम से अवैध या गैर-नियंत्रित गेम्स को बढ़ावा दिया गया तो समाज पर गंभीर असर पड़ सकता है, हाल ही में आई कई रिपोर्ट्स ने यह भी बताया है कि देशभर में ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े आर्थिक घोटाले और फ्रॉड मामलों की संख्या में वृद्धि हो रही है, साइबर सेल ने भी चेताया है कि कई ऐप्स और वेबसाइट्स फर्जीवाड़ा कर लोगों को लाखों रुपये का चूना लगा रही हैं, ऐसे में यह प्रस्ताव सोशल मीडिया कंपनियों और यूज़र्स के लिए बड़ा संदेश है कि नियमों का पालन करना अब अनिवार्य होगा, इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह बैन लागू होता है तो इसका असर गेमिंग कंपनियों की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी पर गहरा पड़ेगा क्योंकि उनका सबसे बड़ा प्रमोशन चैनल सोशल मीडिया ही है, वहीं ट्विटर (X) पर भी यह बड़ा दबाव होगा कि वह अपने प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट किए जाने वाले विज्ञापनों और पेड कैंपेन की निगरानी सख्ती से करे, गेमिंग कंपनियां पहले से ही कह रही हैं कि इस तरह का कड़ा कदम इनोवेशन और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए झटका होगा, हालांकि सरकार का कहना है कि यह कदम जनता और खासकर युवाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक है, प्रस्तावित पॉलिसी के अनुसार यदि कोई यूज़र बार-बार नियम तोड़ेगा तो उस पर अलग से केस दर्ज किया जाएगा और उसकी प्रोफ़ाइल स्थायी रूप से बैन की जा सकती है, सोशल मीडिया विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का यह कदम दुनिया के अन्य देशों के लिए भी एक मिसाल बन सकता है क्योंकि कई राष्ट्र पहले ही रियल मनी गेम्स को लेकर चिंता जता चुके हैं, अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस प्रस्ताव को कब लागू करती है और ट्विटर समेत अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स इसके लिए क्या रणनीति अपनाते हैं, लेकिन इतना तय है कि आने वाले दिनों में ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर कड़ा नियंत्रण देखने को मिलेगा और लोगों को भी इस बारे में सतर्क रहना होगा ताकि वे अनजाने में किसी नियम का उल्लंघन कर कानूनी मुसीबत में न फंसें।