Olympics 2028 की रेस में India तैयार, खिलाड़ियों के चयन और ट्रेनिंग पर ज़ोर
Olympics 2028 के लिए दुनिया भर के देशों में तैयारी ने रफ्तार पकड़ ली है और भारत भी इस बार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता क्योंकि 2024 पेरिस ओलंपिक के प्रदर्शन से जो उम्मीदें जगी हैं, उन्हें 2028 में Los Angeles में पूरी ताकत के साथ दिखाना भारत का अगला लक्ष्य बन चुका है। खेल मंत्रालय, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और तमाम नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन्स अब 2028 की पॉलिसी पर फोकस कर रहे हैं, जिसमें न सिर्फ खिलाड़ियों का चयन शुरू हो चुका है बल्कि लॉन्ग टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम्स, इंटरनेशनल कोचिंग, साइंटिफिक फिटनेस मॉड्यूल और स्पोर्ट्स साइकोलॉजी को भी बड़ी प्राथमिकता दी जा रही है। इस बार मिशन 2028 को सिर्फ “Medal Tally” तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि हर उस स्पोर्ट को टारगेट किया जा रहा है जिसमें भारत का स्कोप बन सकता है—चाहे वो एथलेटिक्स, शूटिंग, कुश्ती, बॉक्सिंग, बैडमिंटन हो या फिर आर्चरी, वेटलिफ्टिंग, टेबल टेनिस और हॉकी जैसे गेम्स।
साई (SAI) द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट्स के तहत देशभर में टॉप परफॉर्मिंग खिलाड़ियों की पहचान की जा रही है और उन्हें Khelo India, TOPS (Target Olympic Podium Scheme) और नए टैलेंट स्काउटिंग सिस्टम के माध्यम से लंबी अवधि की ट्रेनिंग के लिए नामांकित किया जा रहा है। टॉप लेवल खिलाड़ियों के साथ-साथ यंगस्टर्स और अंडर-19 कैटेगरी के नए चेहरों को भी ट्रेनिंग, डाइट, स्पॉन्सरशिप और इंटरनेशनल एक्सपोजर की सुविधा दी जा रही है, जिससे वे 2028 तक ओलंपिक स्टेज पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकें। Hima Das, Manu Bhaker, Anshu Malik, Sreeshankar, Nishant Dev, Deepak Punia जैसे कई नाम हैं जो इस वक्त प्री-Olympic सर्किट में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और चयन समिति की रडार पर हैं। वहीं नए चेहरों के लिए ट्रायल्स और ओपन चैंपियनशिप का आयोजन तेजी से हो रहा है ताकि grassroot से प्रतिभा को उभारा जा सके।