इंडियाना पेसर्स पहली बार एनबीए फाइनल जीतने के बेहद करीब, ओक्लाहोमा को दी जोरदार शिकस्त
इंडियाना पेसर्स (Indiana Pacers) ने अपने शानदार प्रदर्शन से पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया है। एनबीए फाइनल (NBA Final) की श्रृंखला में उन्होंने ओक्लाहोमा सिटी थंडर (Oklahoma City Thunder) के खिलाफ 2-1 की बढ़त बना ली है और अब वह इतिहास रचने के बेहद करीब हैं। तीसरे मुकाबले में पेसर्स ने होम ग्राउंड पर 116–107 से दमदार जीत हासिल की और अब उनका आत्मविश्वास चरम पर है। अगर अगला मुकाबला भी पेसर्स जीत लेते हैं, तो वे अपनी फ्रेंचाइज़ी का पहला एनबीए खिताब (NBA Title) जीत सकते हैं।
इस जीत के हीरो रहे बेनेडिक्ट माथ्यूरिन (Bennedict Mathurin), जिन्होंने बेंच से आते हुए 27 अंक बनाए। यह फाइनल्स के इतिहास में बेंच से आने वाला तीसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर रहा। वहीं, पिछले मैच में टायरीज़ हैलिबर्टन (Tyrese Haliburton) का बजर बीटर (buzzer-beater) गेम-चेंजर साबित हुआ था। पेसर्स की इस जीत के पीछे टीम वर्क, संतुलित स्कोरिंग और आत्मविश्वास का बड़ा योगदान है।
ओक्लाहोमा के पास भले ही एमवीपी शे गिलजियस-अलेक्जेंडर (Shai Gilgeous-Alexander) जैसा सुपरस्टार मौजूद हो, लेकिन इंडियाना की पूरी टीम इस समय बेहतरीन तालमेल में काम कर रही है। पेसर्स की सात से ज़्यादा खिलाड़ी लगातार डबल-फिगर में स्कोर कर रहे हैं, जिसमें पास्कल सियाकम (Pascal Siakam), माथ्यूरिन और हैलिबर्टन शामिल हैं। खुद सियाकम ने एक इंटरव्यू में कहा, “ऐसे मौके बार-बार नहीं आते, हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।”
अब नज़रें चौथे मुकाबले पर हैं, जो फिर से इंडियाना के होम ग्राउंड पर होगा। यदि पेसर्स यह गेम भी जीत जाते हैं और 3-1 की लीड लेते हैं, तो इतिहास बताता है कि इस स्थिति में आने वाली टीम ने अब तक हर बार फाइनल जीत लिया है। यानी, चौथा मुकाबला ‘करो या मरो’ जैसा होगा।
एनबीए फाइनल की यह सीरीज़ केवल एक ट्रॉफी का संघर्ष नहीं, बल्कि जुनून, समर्पण और नई इतिहास रचने की चाहत का प्रतीक बन गई है। इंडियाना पेसर्स की यह यात्रा बताती है कि अगर टीम में एकता हो और खिलाड़ी अपना 100% दें, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।