भारत की प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. राधिका पांडे का निधन, आर्थिक नीति जगत को गहरा झटका

Advertisements

भारत की प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. राधिका पांडे का निधन, आर्थिक नीति जगत को गहरा झटका

 

 

Advertisements

भारत की अर्थव्यवस्था को समझने और सुधारने में अहम योगदान देने वाली जानी-मानी अर्थशास्त्री डॉ. राधिका पांडे का हाल ही में निधन हो गया। राष्ट्रीय लोक वित्त और नीति संस्थान (NIPFP) से जुड़ी रही डॉ. पांडे को भारतीय वित्तीय प्रणाली, मौद्रिक नीति और पूंजी नियंत्रण पर उनके विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के लिए जाना जाता था। उनका जाना भारत के आर्थिक चिंतन जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

 

डॉ. पांडे का शैक्षिक सफर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और जोधपुर के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से शुरू हुआ। उन्होंने देश की कई नीतिगत समितियों के साथ काम किया, जिनमें Public Debt Management Agency, Financial Sector Legislative Reforms Commission और Foreign Investment Reforms Task Force शामिल हैं।

 

वह ThePrint की लोकप्रिय “MacroSutra” सीरीज़ की नियमित स्तंभकार थीं और उनकी गिनती भारत के सबसे भरोसेमंद आर्थिक विश्लेषकों में होती थी। उनके शोध में भारत की अर्थव्यवस्था की मौसमी समायोजन, व्यापार चक्रों की सटीक माप और पूंजी प्रवाह की नीति संबंधी जटिलताएं प्रमुख रही हैं।

 

उनके निधन के बाद सोशल मीडिया और अर्थशास्त्रियों के समुदाय में शोक की लहर है। Business Standard ने उन्हें “Sharp mind, generous spirit” कहते हुए श्रद्धांजलि दी।

 

डॉ. राधिका पांडे का जीवन और काम आने वाले समय में भी छात्रों, नीति-निर्माताओं और शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा बना रहेगा। उन्होंने हमें सिखाया कि आंकड़ों से सिर्फ विश्लेषण नहीं, बल्कि देश की दिशा तय की जा सकती है।

 

 

 

अगर चाहें तो अब इसी खबर के लिए एक प्रोफेशनल YouTube thumbnail साइज फोटो भी बना दूं जिसमें लिखा हो:

“Dr. Radhika Pandey – Economist Who Shaped India’s Macro Thinking | The Great News |

by Azhar Malik”?

 

Advertisements
THE GREAT NEWS

THE GREAT NEWS

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *