पाकिस्तान और चीन जमीन से लेकर समंदर तक साजिशों के जाल बुन रहे हैं लेकिन इन्हें हद में रखने के लिए हिंदुस्तान भी तैयार है हिंद महासागर में चीन की बढ़ती चालबाज़ियों को रोकने के लिए ताकत बढ़ा रही हिंदुस्तान की नेवी को नया डिस्ट्रॉयर मिलने वाला है और इसका नाम है आईएनएस मोरमुगाओ गो रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसे नौसेना को सौंपने वाले हैं तो देश की सबसे शक्तिशाली ब्रह्मोस और बारात जैसी मिसाइलों से लैस है ये डिस्ट्रॉय है दुश्मन की मिसाइलों को चकमा देने में भी माहिर है इसीलिए इसे समंदर का सिकंदर कहा जाता है।
Chine की बढ़ती चालबाजी यों को रोकने के लिए इंडिया का नया हथियार तैयार हिंद महासागर में

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Chine की बढ़ती चालबाजी यों को रोकने के लिए इंडिया का नया हथियार तैयार हिंद महासागर में
अज़हर मलिक
समन्दर जिसका सिकंदर है हिंदुस्तान जब भारत के जवान समुंदर में उतरते हैं तो जांबाजी को लहरें भी सलाम करती भारत के जंगी जहाज जब शान से आगे बढ़ते हैं, तब समंदर भी गर्जना भूल जाता है।हिंदुस्तान के ऐसे ही जल वीरों के लिए आ गया है नया विनाशक नाम है आईएनएस मोरमुगाओ था
ये एक डिस्ट्रॉयर शिप है और इस शिप को बनाने में सात साल लगे और अब ये इंडियन नेवी के पास अधिकारिक रूप से जाने वाला है इसकी कमिशनिंग अठारह तारीख को होने वाली है और आपको बता दें की ये अपने आप में आत्मनिर्भर भारत का एक और बड़ा उदाहरण है ये आप देखिये ये डिस्ट्रॉयर है और इस पर तैनात तमाम आपको हथियार दिखाई दे रहे होंगे जो अपने आप में बहुत ही खतरनाक है, घातक है और दुश्मनों के लिए तो नाकों तले चने चबाने जैसे हैं आपको बता दें कि साल दो हज़ार पंद्रह में इसकी नींव रखी गई थी और दो हज़ार बाईस में ये अब इंडियन नेवी की शान होने जा रही है
एक से बढ़कर एक घातक हथियारों और मारक मिसाइलों से लैस आईएनएस मोरमुगाओ अठारह दिसंबर को इंडियन नेवी का हिस्सा बनेगा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत तैयार किए गए इस स्वदेशी युद्धपोत को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नौसेना के हवाले करेंगे
इस डिस्ट्रॉयर के बारे में जो बताया जाता है कि अगर पानी के ऊपर कोई जहाज खड़ा है या फिर जमीन पर कोई खड़ा है असमान में है या फिर पानी के अंदर हैं, ये तीनों ही प्रकार के दुश्मनों पर हमला करने में सक्षम है आपको मैं बताऊंगा, ये इस में को मिसाइल है,
ये पानी के अंदर कोई दुश्मन का पता चल जाए इन्हें तो उस पर अटैक करने में सक्षम है।अगर मान लीजिये आसमान में कोई फाइटर जेट है, कोई दुश्मन का जहाज़ मंडरा रहा है तो उसे पल भर में ही डिस्ट्रॉय करने की क्षमता रखता है और साथ ही इसके अंदर ऐसे खतरनाक हथियार है अगर इस डिस्ट्रॉयर के सामने कोई दुश्मन दिखाई दे या फिर जमीन पर कोई दुश्मन दिखाई दे तो उसे पल भर में ही नष्ट कर देगा
हिंदुस्तान हिंद महासागर में सबसे बड़ी समुद्री सीमा वाला देश है सात हज़ार पांच सौ सत्रह किलोमीटर और छे सौ मीटर लंबी जल सीमा की हिफाजत करने वाली इंडियन नेवी के लिए आईएनएस मोरमुगाओ गेम चेंजर साबित होने वाला है डिस्ट्रॉयर ये नेवी के बड़े कॉम्पिटिशन में से एक है और डिस्ट्रॉयर होने के नाते ये इंडियन नेवी को मल्टी मिशन मल्टी रोल कैपेबिलिटीज प्रोवाइड करता है चाहे वो सर ऑफिस हो, एर हो, सब सरफेस हो अगर हम इस पर्टिकुलर क्लास ऑफ प्लैटफॉर्म की बात करें तो पिछले क्लास ऑफ प्लैटफॉर्म्स के मुकाबले इसमें इम्प्रूव स्टेल्थ इम्प्रूव सी कीपिंग मनोहर एबिलिटी अपग्रेड वेपन्स है समंदर में छप्पन किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड वाले आईएनसी और वो गांव में भारत की सबसे ताकतवर प्रमोद सर बराक मिसाइलें तैनात की गई यही वजह है कि इसे दुश्मनों का काल कहा इस में बत्तीस ऐन्टी एर बराक आठ मिसाइलें तैनात हैं इसके अलावा सोलह एंटी शिप मिसाइलें भी तैनात यह दोनों ही मिसाइलें वर्टिकल लॉन्च सिस्टम से फाइर की जाएगी, जो पलक झपकते ही दुश्मन को तबाह करेंगे ब्रह्मोस और बराक मिसाइलों के अलावा इसमें छिहत्तर मिलीमीटर की ओटीओ मेरा ला तोप, चार एके, सिक्स ज़ीरो थ्री सी आई डब्ल्यू एस गन पांच सौ तैंतीस मिलीमीटर की चार्ट और ट्यूब्स तो आरबीओ छे हज़ार एंटी सबमरीन रॉकेट लॉन्चर भी लगाए गए स्टेट ऑफ द आर्ट सेंसर से लैस ये डिस्ट्रॉयर दुश्मन के हथियार का पता लगाने में भी माहिर हैं इसके अलावा इस पर दो वेस्टलैंड सीकिंग या अचल ध्रुव हेलिकॉप्टर भी तैनात किए जा सकते हैं मतलब ये की अगर ये युद्धपोत जंग के दौरान ऐक्शन में आया तो समंदर हो या आकाश या जमीन दुश्मन के खिलाफ़ तीनों ही जगह कोहराम मचा सकता है
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