ईरान ने तेल अवीव पर मिसाइल बरसाईं, शहर में दहशत और आपातकाल की स्थिति
तेल अवीव पर शुक्रवार रात को ईरान की ओर से एक बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले ने क्षेत्रीय तनाव को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है। इस हमले की पृष्ठभूमि में इज़राइल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर अटैक करना है, जिसका जवाब ईरान ने जवाबी हमले में मिसाइलें दाग कर दिया।
तीन स्तरों में लॉन्च की गई मिसाइलों की पहली लहर को इज़राइल की मिसाइल रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट किया, लेकिन दूसरी लहर में कुछ मिसाइलें तेल अवीव और जेरूसलम में गिरे। अब तक एक नागरिक की मौत की पुष्टि हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं। रक्षा तंत्रों ने बताया कि कुल मिलाकर 100 से 150 मिसाइलों को ट्रैक किया गया, जिनमें से अधिकांश एयर डिफेंस सिस्टम ने तहस-नहस कर दीं।
मिसाइल हमले के बीच तेल अवीव की रातों में अचानक धमाके सुनाई दिए, जिससे सायरन बज उठे और नागरिक बंकरों में शरण लेने मजबूर हो गए। कई इलाकों में इमारतों को भी क्षति पहुंची है और स्थानीय आपात चिकित्सा केंद्रों में घायल नागरिक भर्ती किए गए हैं।
जवाब में इज़राइल ने ईरान के सैन्य ठिकानों और नाभिकीय साइटों पर एयर स्ट्राइक की खबर दी है, जिसमें उच्च स्तरीय अधिकारियों और वैज्ञानिकों के मारे जाने की भी खबर है। इस हमले के बाद इज़राइल ने देश की आपात स्थिति घोषित कर दी है और सभी उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। स्थानीय सरकार ने नागरिकों को सतर्कता बरतने की चेतावनी जारी की है।
दुनिया भर में यह घटनाक्रम सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता का विषय बन गया है। संयुक्त राष्ट्र, यूरोपियन यूनियन और अमेरिका जैसे देशों ने दोनों पक्षों से संयम बनाए रखने की अपील की है और क्षेत्रीय संघर्ष के लिए कूटनीतिक रास्ता अपनाने की मांग की है।