JamiatWithAssamCong : जमीयत ने कांग्रेस के प्रति जताया समर्थन, CM सरमा ने जताई आपत्त
सोशल मीडिया पर #JamiatWithAssamCong तेजी से ट्रेंड कर रहा है, क्योंकि इस हैशटैग के माध्यम से Jamiat-Ulama-i-Hind ने असम कांग्रेस के विरोध में अपनी स्थिति स्पष्ट की है। Jamiat ने हाल ही में राज्य में चल रही गृह-उन्मूलन (eviction drive) की कड़ी आलोचना की और कांग्रेस नेतृत्व की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। यह झटका BJP-शासित असम सरकार के लिए भी चर्चा का विषय बन गया है।
इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने हमला बोलते हुए Jamiat की मांगों को खारिज कर दिया। उन्होंने जमीयत पर बंगाली मूल के अवैध विस्थापितों की रक्षा का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ने असम की जनता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अनदेखी की है। उन्होंने Jamiat अध्यक्ष महमूद मदनी पर भी हमला किया और कांग्रेस को जमीयत की “बी-टीम” करार दिया। उन्होंने कहा:
> “यह असम की जनता तय करेगी, कोई बाहरी संगठन नहीं।”
इस पूरे विवाद में एक ओर जहां कांग्रेस को जमीयत के प्रति अपने रुख को साफ़ करना है, वहीं दूसरी ओर BJP इस मामले का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
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मुख्य बिंदु (Bullet Points)
Jamiat-Ulama-i-Hind ने असम सरकार द्वारा चल रही eviction drive की कड़ी निंदा की, जिसमें हजारों परिवार विस्थापित हुए हैं, और मुख्यमंत्री की इस्तीफे की मांग की।
मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने इस मांग को ठुकरा दिया और जमीयत पर बाहरी संगठन होने का आरोप लगाया। मोदी तक सीमित नहीं, असम की जनता ही उनकी राजनीतिक भागीदारी तय करेगी।
उन्होंने कांग्रेस पर जमीयत के साथ गठजोड़ का आरोप लगाते हुए उसे “B Team” करार दिया — यह राजनीति में और चेतावनी का संकेत है।