रामनगर में वनाग्नि रोकथाम को लेकर वन विभाग और एनडीआरएफ का संयुक्त अभ्यास
रामनगर में वनाग्नि से निपटने की बड़ी तैयारी, एसीएफ से लेकर 39 एनडीआरएफ जवानों तक सभी जुटे, चूनाखान में दिखा संयुक्त अभ्यास का दम
रामनगर : तराई पश्चिमी वन प्रभाग और एनडीआरएफ की संयुक्त पहल पर चूनाखान इको टूरिज्म सेंटर में वनाग्नि रोकथाम को लेकर विशेष बैठक और फील्ड अभ्यास आयोजित किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने और उससे प्रभावी ढंग से निपटने की रणनीति बनाना रहा।
बैठक के दौरान दोनों विभागों के उच्चाधिकारियों और कर्मचारियों ने वनाग्नि रोकथाम के आधुनिक औजारों, तकनीकों और सामुदायिक भागीदारी पर विस्तार से चर्चा की। एनडीआरएफ द्वारा वनाग्नि से निपटने में उपयोग होने वाले उपकरणों की जानकारी दी गई, वहीं वन विभाग ने चूनाखान वन परिसर स्थित मॉडल क्रू स्टेशन की कार्यप्रणाली से अवगत कराया।
इसके बाद संयुक्त टीम ने स्थल पर भ्रमण किया और वनाग्नि रोकथाम के लिए फील्ड में संयुक्त अभ्यास किया। इस अभ्यास में सभी कर्मचारियों ने वास्तविक परिस्थितियों में उपकरणों का प्रयोग कर आग से निपटने की तैयारियों का प्रदर्शन किया।
इस कार्यक्रम में एसीएफ एक, एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट आर.एस. धपोला, दो रेंज अधिकारी, एक उपराजिक, 15 वन दारोगा, 20 वन आरक्षी, आठ दैनिक कर्मचारी और 39 एनडीआरएफ जवान शामिल रहे। कार्यक्रम की सफलता पर उप प्रभागीय वनाधिकारी मनीष जोशी और असिस्टेंट कमांडेंट आर.एस. धपोला ने संयुक्त रूप से सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।
वन विभाग और एनडीआरएफ की यह साझी पहल आगामी गर्मियों में जंगलों को वनाग्नि से बचाने की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है।