काकोरी का नया अध्याय” — प्रतिभाओं को सम्मानित करने की नई परंपरा चली शुरू
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में काकोरी कांड एक ऐतिहासिक घटना रही है, जिसने आज़ादी की लड़ाई को नई दिशा दी थी और इस वीर गाथा की याद आज भी हर भारतीय के दिलों में बसी हुई है, Independence Day 2025 के अवसर पर इसी विरासत को आगे बढ़ाते हुए “काकोरी का नया अध्याय” नाम से एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है, जिसमें केवल शहीदों की याद नहीं की जाती बल्कि समाज में योगदान देने वाली नई प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाता है, लखनऊ के काकोरी स्थल पर आयोजित इस समारोह में हज़ारों लोगों ने हिस्सा लिया और इस कार्यक्रम को एक अनोखे सांस्कृतिक उत्सव के रूप में देखा, इस पहल का उद्देश्य है कि आज़ादी की लड़ाई से प्रेरणा लेकर वर्तमान समाज में शिक्षा, कला, विज्ञान, खेल और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं को प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे देश की तरक्की में अपना योगदान और मजबूती से दे सकें,
इस स्मरणोत्सव में सबसे पहले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और काकोरी कांड की वीर गाथा को डिजिटल प्रोजेक्शन और थिएटर नाट्य रूपांतरण के माध्यम से पेश किया गया, इसके बाद मंच पर उन प्रतिभाओं को बुलाया गया जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में शिक्षा, साहित्य, टेक्नोलॉजी, खेल और समाजसेवा में अपनी पहचान बनाई है, इन युवाओं को “काकोरी वीरता सम्मान” और “युवा प्रेरणा अवार्ड” प्रदान किए गए, कार्यक्रम में दिल्ली यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और कई अन्य संस्थानों के छात्रों को विशेष सम्मान मिला, साथ ही ग्रामीण इलाकों से आए उन बच्चों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद असाधारण उपलब्धियाँ हासिल की हैं,
इस आयोजन की खास बात यह रही कि इसमें केवल पुरस्कार वितरण ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और पैनल डिस्कशन के माध्यम से यह संदेश भी दिया गया कि आज के दौर में देशभक्ति का मतलब केवल नारेबाज़ी नहीं बल्कि अपने काम में ईमानदारी, मेहनत और समर्पण दिखाना है, कई स्पीकर्स ने यह भी कहा कि अगर हम काकोरी कांड के वीरों के त्याग और साहस से प्रेरणा लें तो अपने जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं