Kanwar Yatra 2025: पुलिस एक्शन और सिक्योरिटी अपडेट्स, यात्रियों के लिए जरूरी अलर्ट
कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर उत्तर भारत के कई राज्यों में माहौल पूरी तरह धार्मिक उत्साह और सुरक्षा सतर्कता के बीच बना हुआ है, क्योंकि लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगा जल लाने के लिए पैदल, साइकिल और वाहनों से यात्रा कर रहे हैं और इस बार प्रशासन ने यात्रा को सुरक्षित और सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए रिकॉर्ड तोड़ सुरक्षा इंतजाम किए हैं, वहीं पुलिस एक्शन और रियल-टाइम अपडेट्स लगातार आ रहे हैं, जिन पर यात्रियों को खास ध्यान देने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान समेत कई राज्यों में पुलिस ने हाईवे और मुख्य मार्गों पर कड़ी निगरानी रखते हुए CCTV कैमरे, ड्रोन और क्विक रिस्पॉन्स टीम तैनात की हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तुरंत रोका जा सके, जबकि प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कांवड़ियों के रास्ते में बाधा डालने वालों, हुड़दंग मचाने वालों या ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बार यात्रा में भीड़ पिछले साल की तुलना में लगभग 25% अधिक बताई जा रही है, जिसके चलते ट्रैफिक डायवर्जन प्लान पहले से लागू कर दिया गया है, खासकर दिल्ली-हरिद्वार, मेरठ-मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद-हापुड़ और बरेली-मुरादाबाद रूट पर भारी वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। पुलिस ने अपील की है कि आम लोग और वाहन चालक कांवड़ मार्ग से बचते हुए वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें, वहीं यात्रियों को भी हिदायत दी गई है कि वे अपने ग्रुप से अलग न हों, मोबाइल चार्ज रखे और पुलिस हेल्पलाइन नंबर सेव करें। इस बार कई जिलों में रूट पर मेडिकल कैंप, वाटर प्वाइंट और रेस्टिंग जोन बनाए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की थकान, हीट स्ट्रोक या स्वास्थ्य समस्या से तुरंत निपटा जा सके। सुरक्षा के लिहाज से कुछ संवेदनशील जिलों में धारा 144 लागू की गई है और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल सक्रिय किया गया है, जो किसी भी अफवाह या भड़काऊ पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई करेगा। पुलिस एक्शन की बात करें तो पहले ही दिन मेरठ और हरिद्वार में नियम तोड़ने पर दर्जनों लोगों पर चालान और गिरफ्तारी हुई है, जबकि कुछ स्थानों पर हुड़दंग मचाने वाले युवाओं के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है। उत्तराखंड पुलिस ने गंगा घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात करते हुए महिलाओं और बच्चों के लिए स्पेशल सिक्योरिटी टीम बनाई है, वहीं डाइविंग टीम और NDRF की टीमें भी जल क्षेत्रों में तैनात हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शराब, नशीले पदार्थ और हथियार जैसी