मशहूर मिस्र की अभिनेत्री जीज़ी मुस्तफा की ज़िंदगी का सफर, जानिए उनकी फिल्मों और निजी जिंदगी की कहानी
मिस्र की सिनेमा जगत में एक ऐसा नाम जो 60 और 70 के दशक की फिल्मों की जान मानी जाती थीं — जीज़ी मुस्तफा (Zizi Mostafa)। असली नाम ज़ैनब मुस्तफा नसर (Zeinab Mostafa Nasr) रखने वाली इस अदाकारा ने अपने दमदार अभिनय और बेली डांस से पूरे अरब जगत में एक अलग पहचान बनाई। उनका जन्म काहिरा में हुआ और बहुत कम उम्र में उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रख लिया। उन्होंने ‘बेन अस्समा वल अर्द’ (आकाश और धरती के बीच) फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
जीज़ी मुस्तफा को असली पहचान 1968 की फिल्म अल बुस्तगी (The Postman) से मिली, जिसने मिस्र के सिनेमा में एक नई लहर पैदा की। इसके बाद उन्होंने वहदा बवाहदा (1984) में अदेल इमाम जैसे बड़े कलाकारों के साथ काम किया और आखिरी बार साल 2006 में वेश इजराम फिल्म में मोहम्मद हनीदी के साथ नजर आईं। उन्होंने मिस्र के अलावा खाड़ी देशों में भी स्टेज शो किए और टेलीविज़न पर कई चर्चित सीरियल्स में अभिनय किया जैसे “अबनाई अल आजाज़ शुकर्न”, “रिया व सकीना”, और “राजुल वा सत्तत निसा।”
जीज़ी मुस्तफा की पर्सनल लाइफ भी काफी चर्चित रही। वह एक समय पर मिस्र की फेमस डांसर और अभिनेत्री थीं, लेकिन समय के साथ उन्होंने इंडस्ट्री से दूरी बना ली और एक शांत जिंदगी जीने लगीं। उनकी बेटी मेनना शलबी भी एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं जिन्होंने मिस्र की आधुनिक सिनेमा को एक नया रूप दिया है।
आज भी जीज़ी मुस्तफा को मिस्र और पूरे अरब जगत में उनके अभिनय और नृत्य के लिए याद किया जाता है। उनके द्वारा निभाए गए किरदार आज भी क्लासिक माने जाते हैं और सोशल मीडिया पर उनकी पुरानी फिल्मों के क्लिप्स खूब वायरल होते हैं। उनके फैंस उन्हें “बेली डांसिंग क्वीन” और “क्लासिक ब्यूटी ऑफ अरबी सिनेमा” जैसे नामों से याद करते हैं।