Oracle में बड़े पैमाने पर छंटनी – टेक सेक्टर में नौकरी संकट गहराय
Oracle Layoffs 2025: टेक इंडस्ट्री में एक और झटका तब लगा जब क्लाउड और डेटाबेस सॉल्यूशंस की दिग्गज कंपनी Oracle ने अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में बड़े पैमाने पर छंटनी (Mass Layoffs) की घोषणा कर दी, जिससे हजारों कर्मचारी प्रभावित होंगे, खासकर अमेरिका, भारत और यूरोप में काम करने वाले IT प्रोफेशनल्स, इंजीनियर्स और सपोर्ट स्टाफ इस कदम का शिकार बनेंगे, कंपनी का कहना है कि यह निर्णय लागत घटाने (Cost Cutting) और बिज़नेस स्ट्रक्चर को रीऑर्गनाइज़ करने के लिए लिया गया है ताकि बदलते मार्केट और AI ऑटोमेशन के बढ़ते प्रभाव के बीच कंपनी अपने प्रॉफिट मार्जिन को बनाए रख सके, रिपोर्ट्स के मुताबिक Oracle के कई डिवीज़न्स जैसे क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, मार्केटिंग, सेल्स और बैक-ऑफिस ऑपरेशंस में स्टाफ कटौती होगी, जिससे न केवल लोकल इकॉनमी बल्कि टेक इंडस्ट्री में भी एक नेगेटिव सिग्नल जाएगा, क्योंकि हाल ही में Microsoft, Google और Amazon जैसी कंपनियों ने भी इसी तरह की छंटनियों का ऐलान किया था, इन लेऑफ्स का असर भारत के बेंगलुरु, हैदराबाद, गुरुग्राम और पुणे जैसे IT हब्स पर भी साफ दिखाई देगा, जहां Oracle के बड़े-बड़े कैंपस मौजूद हैं, कई कर्मचारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म LinkedIn और X (Twitter) पर अपनी नौकरी खोने की पुष्टि की और बताया कि उन्हें अचानक ईमेल के जरिए नोटिस भेजा गया, जिससे उनके करियर और परिवार पर सीधा असर पड़ेगा, Oracle की मैनेजमेंट ने कहा है कि यह छंटनी केवल लो-परफॉर्मिंग प्रोजेक्ट्स और नॉन-प्रॉफिटेबल यूनिट्स तक सीमित रहेगी और कंपनी का फोकस अब AI, Machine Learning और Cloud Automation जैसी हाई-डिमांड टेक्नोलॉजी पर होगा, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि AI और ऑटोमेशन से न केवल ऑपरेशंस में एफिशिएंसी आएगी बल्कि मैनुअल वर्कफोर्स की जरूरत भी काफी कम हो जाएगी, जिससे आने वाले सालों में IT सेक्टर में जॉब क्राइसिस और गहरा सकता है, हालांकि कुछ एनालिस्ट का यह भी कहना है कि यह कदम Oracle को फ्यूचर-रेडी बनाने में मदद करेगा और इससे कंपनी अपने कॉम्पिटिटर्स जैसे AWS और Azure के साथ बेहतर मुकाबला कर पाएगी, लेऑफ के बाद Oracle अपने बिज़नेस मॉडल को रीफोकस करते हुए क्लाउड और SaaS (Software as a Service) सर्विसेज़ में इन्वेस्टमेंट बढ़ाएगा, वहीं, कर्मचारी यूनियंस और लेबर ऑर्गनाइजेशंस इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं और इसे ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में असफलता बता रहे हैं, उनका कहना है कि कंपनी ने कर्मचारियों को अपस्किल करने के बजाय उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया, इस खबर के बाद Oracle के शेयर प्राइस में हल्की गिरावट देखी गई, हालांकि कंपनी का दावा है कि लंबी अवधि में यह रणनीति उसके लिए पॉज़िटिव रिजल्ट लाएगी, कुल मिलाकर Oracle Layoffs 2025 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ग्लोबल टेक सेक्टर में जॉब सिक्योरिटी अब पहले जैसी नहीं रही और कंपनियां अब तेजी से बदलते टेक लैंडस्केप में सर्वाइव करने के लिए किसी भी सख्त कदम से पीछे नहीं हटेंगी