Namaz Mein Kya-Kya Padhte Hain: नमाज़ की हर हरकत में कौन-कौन सी दुआ और आयतें पढ़ी जाती हैं? जानिए पूरा तरीका
नमाज़ इस्लाम का दूसरा सबसे बड़ा स्तंभ (Pillar) है और हर मुसलमान पर फर्ज़ है। मगर कई लोग यह नहीं जानते कि Namaz Mein Kya-Kya Padhte Hain यानी नमाज़ की हर हरकत और रुक्न में कौन-कौन से कलिमे, दुआएं या आयतें पढ़ी जाती हैं। आज हम बताएंगे एक-एक स्टेप में नमाज़ के दौरान पढ़ी जाने वाली तमाम अहम चीज़ें।
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1. नीयत (Niyyat):
हर नमाज़ की शुरुआत नियत से होती है। इसे दिल में तय करना होता है कि कौन सी नमाज़ पढ़ी जा रही है (जैसे ज़ोहर की 4 रकात फर्ज़)। नीयत का कोई ज़ोर से कहना जरूरी नहीं है।
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2. तकबीर-ए-तहरीमा (Allahu Akbar):
नमाज़ शुरू करते ही हाथ उठाकर “Allahu Akbar” कहा जाता है।
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3. सना पढ़ना (Subhanaka Allahumma…):
“Subhanaka Allahumma wa bihamdika…”, यह अल्लाह की तारीफ में पढ़ा जाता है।
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4. सूरह फातिहा (Alhamdulillahi Rabbil Aalameen…):
हर रकात में सूरह फातिहा पढ़ी जाती है। इसके बिना नमाज़ अधूरी मानी जाती है।
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5. कोई दूसरी सूरह या आयत:
फातिहा के बाद कुरान की कोई दूसरी छोटी सूरह या आयत पढ़ी जाती है, जैसे “Qul huwallahu Ahad (Surah Ikhlas)” या Surah Asr।
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6. रुकू (Ruku):
झुककर कहा जाता है –
“Subhana Rabbiyal Azeem” (3 बार)
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7. क़ौमा (सीधा खड़ा होना):
“Rabbana lakal hamd”
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8. सजदा (Sajdah):
“Subhana Rabbiyal A’la” (3 बार)
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9. जलसा (दो सजदों के बीच बैठना):
“Rabbighfirli, Rabbighfirli”
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10. तशह्हुद (अत्ताहीय्यातु पढ़ना):
“At-tahiyyatu lillahi…” से शुरू होकर “Ash-hadu an la ilaha illallah…” तक पढ़ा जाता है।
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11. दुरूद शरीफ (Salawat):
“Allahumma salli ‘ala Muhammad…” पूरी दुरूद शरीफ पढ़ना।
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12. दुआएं:
“Rabbana atina fid-dunya hasanah…” जैसी दुआ मांग सकते हैं।
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13. सलाम फेरना (Namaz खत्म करना):
दाएं और बाएं देखते हुए कहा जाता है – “Assalamu Alaikum wa Rahmatullah”
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निष्कर्ष:
Namaz Mein Jo Padha Jata Hai वो सिर्फ लफ्ज़ नहीं होते, बल्कि अल्लाह से जुड़ने का ज़रिया, तौबा का इज़हार और शांति का संदेश होता है। अगर आप इन तमाम चीज़ों को समझकर पढ़ें तो आपकी नमाज़ और भी पाक और असरदार हो जाएगी।