निमिषा प्रिया: एक संक्षिप्त परिचय
मूल स्थान: कोल्लंगोड़, पलक्कड़, केरल, भारत
पेशा: प्रशिक्षित नर्स, जिन्होंने 2008 में यमन में काम करना शुरू किया
मामला: आरोप और अभियोजन
2017 में उन्होंने अपने व्यवसायिक भागीदार तलाल अब्दो महदी को केटामाइन जैसी कुछ अत्यधिक sedative देकर, अपने पासपोर्ट को पुनः प्राप्त करने की कोशिश की, जिससे ओवरडोज़ के कारण उनकी मृत्यु हो गई
शव को जलाशय में नष्ट करने की बात भी सामने आई
2018 में उन्हें हत्या का दोषी करार दिया गया और उन्हें मृत्यु दंड सुनाया गया
भारत सरकार का रेस्पॉन्स
MEA (विदेश मंत्रालय) ने मामले को “संवेदी विषय” बता कर सतर्कता से ट्रैक किया और 16 जुलाई 2025 को होने वाली संभावित फांसी को स्थगित कराने में सफलता पाई
MEA के अनुसार उन्होंने Priya के परिवार को कानूनी सहायता, वकील, और कौंसुलेर संपर्क प्रदान किया
खून की ढाई’ (Diyyah) और दीया मुआवजा
यमन के शरीयत कानून में केवल एक विकल्प है: पीड़ित परिवार द्वारा ‘दिया’ (blood money) स्वीकार करना, जिससे दंड को टाला जा सकता है
Priya के परिवार ने इस उद्देश्य से लाखों डॉलर की राशि ऑफर की—जिसमें मुफ्त चिकित्सा सेवा और अन्य छूट के प्रस्ताव भी शामिल थे—but अभी तक समझौता नहीं हो सका
हालिया अपडेट: फांसी रद्द की गई?
भारत के ग्रैंड मुफ्ती कार्यालय, कांथापुरम ए.पी. अबूबकर मुसलियार, ने दावा किया कि मृत्यु दंड पूरी तरह रद्द कर दिया गया है और यह बड़ी राहत की खबर है
परंतु केंद्र सरकार ने इस बात को खंडित करते हुए कहा कि अभी तक कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, केवल फांसी को स्थगित किया गया है; रद्दीकरण पूरी तरह तत्काल प्रभावी नहीं माना जाना चाहिए