ऑपरेशन कलनेमीः हरिद्वार में नकली बाबाओं पर बड़ी कार्रवाई, कांवड़ यात्रा में डीजे सिस्टम पर बैन
हरिद्वार, उत्तराखंड — 15 जुलाई 2025 – कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार ने दो अहम कदम उठाए हैं:
1 Operation Kalanemi — नकली संतों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर 10 जुलाई 2025 को शुरू की गई “ऑपरेशन कलनेमी” में नकली संतों को पकड़ने का अभियान तेज़ी से जारी है ।
अब तक 200 से अधिक संदिग्ध संत गिरफ्तार हो चुके हैं:
देहरादून में 82–127 के बीच,
हरिद्वार में लगभग 45 और
उधम सिंह नगर में 65–66 गिरफ्तारियां ।
कई राज्यों से आए व्यक्ति शामिल—राजस्थान, पंजाब, बिहार, यूपी और यहां तक कि बांग्लादेशी नागरिक भी गिरफ्तार हुए ।
छापेमारी के दौरान सड़क किनारे बैठकर माता-पिता या युवाओं को आध्यात्मिक उपाय का झांसा देकर धोखा देने वालों की पहचान एवं दस्तावेज वेरिफिकेशन करवाया गया, और उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया ।
2. कांवड़ यात्रा में डीजे और ऊँचे पाएं पथरें पर रोक
यात्रा की शांति, व्यवस्था और ट्रैफ़िक नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए, पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्गों पर 10 फीट से ऊँचे डीजे सिस्टम और अत्यधिक ध्वनि उपकरणों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है ।
हरिद्वार पुलिस ने अलर्ट मोड सक्रिय किया है और लगातार निगरानी बढ़ाई हुई है, साथ ही उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सख़्त कार्रवाई का ऐलान किया गया है ।
प्रशासन का संदेश
CM धामी ने स्पष्ट किया है:
*“जैसे कालनेमी राक्षस बुनी सजा के नाम पर छल किया, वैसे ही आज के नकली संत हमें भ्रमित कर रहे हैं।”*
उपमंडल स्तर पर पुलिस अधीक्षक भी सफ़ाई दे चुके हैं कि यात्रा का पवित्र स्वरूप बनाए रखने हेतु यह आवश्यक कदम हैं।
जनता और धर्मगुरुओं की प्रतिक्रिया
धार्मिक संगठन, जैसे अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, ने कार्रवाई को स्वागत किया:
*“फर्ज़ी संतों* से कांवड़ियों को धोखा मिलने से बचाना ज़रूरी है।”*
राजनीतिक दल जैसे बीजेपी ने भी जमीन पर शांति बरकरार रखने पर बल दिया ।
हालांकि आम लोग और यात्री व्यवस्था में सुधार को सकारात्मक मानते हैं, कुछ ट्रैफ़िक बाधित होने की शिकायत भी कर रहे हैं