Petrol-Diesel Price Update: जेब पर सीधा असर, देशभर में बदले तेल के दाम
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एक बार फिर बदलाव देखने को मिला है, और यह बदलाव आम आदमी से लेकर ट्रांसपोर्ट सेक्टर तक सभी के बजट पर सीधा असर डाल रहा है। तेल कंपनियों ने आज सुबह 6 बजे से नए रेट लागू कर दिए हैं, जिसके तहत कुछ शहरों में मामूली राहत मिली है तो कुछ में दाम और ज़्यादा हो गए हैं। यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों, एक्सचेंज रेट और टैक्स स्ट्रक्चर जैसे कई फैक्टर्स के आधार पर हुआ है। गौरतलब है कि भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब हर दिन डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम के तहत तय होती हैं, यानी हर सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं, और यह पूरी तरह मार्केट लिंक्ड होती हैं।
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर बनी हुई है, जबकि मुंबई में पेट्रोल अब 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। वहीं चेन्नई में पेट्रोल 102.63 और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में भी रेट्स में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, जहां पेट्रोल 106.03 और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच चुका है। कुछ राज्यों जैसे राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ जिलों में पेट्रोल की कीमतें अब भी 110 रुपये से ऊपर बनी हुई हैं, खासतौर पर उन क्षेत्रों में जहां वैट (VAT) और अन्य टैक्स ज्यादा हैं।
इस कीमत परिवर्तन का सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स, कृषि और खुदरा महंगाई पर पड़ता है क्योंकि भारत में ज़्यादातर ट्रांसपोर्टेशन डीजल पर आधारित है। यदि डीजल महंगा होता है तो माल ढुलाई से लेकर सब्ज़ियों, अनाज, दूध, फल और जरूरी सामान की कीमतें भी सीधे तौर पर प्रभावित होती हैं। यही कारण है कि हर महीने तेल के दाम में होने वाला मामूली बदलाव भी देश की आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित करता है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारें टैक्स घटाकर या बढ़ाकर भी इन कीमतों को प्रभावित करती हैं। एक्साइज ड्यूटी, वैट, डीलर कमीशन और फ्री ऑन बोर्ड (FOB) जैसे घटक फ्यूल प्राइसिंग को तय करते हैं। फिलहाल केंद्र सरकार ने पिछले साल की तरह इस बार भी कोई नई एक्साइज कटौती नहीं की है, लेकिन यह मांग ज़ोर पकड़ रही है कि जैसे-जैसे कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें गिर रही हैं, वैसे-वैसे देश में रिटेल रेट भी कम किए जाएं।
इंटरनेशनल मार्केट की बात करें तो ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत फिलहाल 83 डॉलर प्रति बैरल के आसपास बनी हुई है, जबकि WTI क्रूड 79 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है। हालांकि पिछले कुछ हफ्तों में कच्चे तेल की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव रहा है, खासकर अमेरिका-चीन ट्रेड, मध्य-पूर्व तनाव और ओपेक देशों की सप्लाई नीति के चलते। कच्चे तेल की ये कीमतें भारत की घरेलू फ्यूल प्राइसिंग पर गहरा असर डालती हैं, क्योंकि भारत
अपनी ज़रूरत का