चुनाव 2025 में राज्य विशेष फोकस – यूपी और महाराष्ट्र में सियासी मुकाबला गरमाया
भारत के दो सबसे अहम राजनीतिक राज्य – उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में 2025 के आम चुनाव से पहले सियासी तापमान चरम पर है। दोनों ही राज्य लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्यों में शामिल हैं और इनके नतीजे राष्ट्रीय सत्ता समीकरण तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। इस बार यहां का मुकाबला केवल दलों के बीच नहीं, बल्कि स्थानीय मुद्दों बनाम राष्ट्रीय एजेंडा की जंग बन गया है।
उत्तर प्रदेश में चुनावी तस्वीर:
उत्तर प्रदेश में सत्ता के लिए बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (SP) के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है, जबकि बसपा (BSP) और कांग्रेस (Congress) भी मैदान में हैं। बीजेपी राम मंदिर उद्घाटन, विकास परियोजनाओं और कानून-व्यवस्था सुधार को अपने प्रमुख चुनावी मुद्दों के रूप में पेश कर रही है। दूसरी ओर, सपा बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्याओं को लेकर चुनावी प्रचार कर रही है। दलित और पिछड़े वर्ग का वोट किस ओर झुकेगा, यह नतीजों में अहम भूमिका निभाएगा। पूर्वांचल और पश्चिम यूपी में जातीय समीकरण, किसान आंदोलन की गूंज और नई जाति आधारित पार्टियों के गठबंधन भी परिणाम प्रभावित कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में चुनावी समीकरण:
महाराष्ट्र में मुकाबला और भी पेचीदा है, क्योंकि यहां बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), शिवसेना