जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा: उपराष्ट्रपति पद खाली, नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य कारणों और डॉक्टरों की सलाह का हवाला दिया। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है, और उपराष्ट्रपति का यह कदम राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह अस्थायी तौर पर उच्च सदन की अध्यक्षता करेंगे।
धनखड़ मार्च 2025 में दिल्ली AIIMS में भर्ती हुए थे और जून में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर बेहोश भी हो गए थे। माना जा रहा है कि इन स्वास्थ्य कारणों ने उन्हें पद छोड़ने पर मजबूर किया। हालांकि कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस इस्तीफे पर संदेह जताते हुए इसकी जांच की मांग की है।
अब चुनाव आयोग को संविधान के मुताबिक 60 दिनों के भीतर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव कराना होगा। इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद गुप्त मतदान के माध्यम से हिस्सा लेते हैं।
भाजपा और एनडीए खेमे में अब नए चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, कई राज्यपालों, केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ सांसदों के नाम संभावित दावेदारों में हैं।
जगदीप धनखड़ अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति बने थे और उन्होंने 2025 तक पद संभाला। इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और एक अनुभवी वकील रहे हैं। संसद में उनकी तेज़तर्रार शैली और संवैधानिक मुद्दों पर स्पष्ट रुख के लिए वे चर्चित रहे।