सुनील गावस्कर ने फिर दिखाई क्रिकेट पर बेबाकी, कहा – “शॉर्ट बॉल से डरते हो तो टेनिस खेलो”
भारतीय क्रिकेट के ‘Little Master’ सुनील गावस्कर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह बनी है उनकी बेबाक राय, जिसमें उन्होंने ICC के concussion substitute नियम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। गावस्कर ने कहा कि अगर कोई बल्लेबाज़ शॉर्ट पिच गेंद से डरता है, तो उसे क्रिकेट छोड़कर टेनिस या गोल्फ खेलना चाहिए। उनका यह बयान इंग्लैंड के एक खिलाड़ी की बाउंसर लगने के बाद concussion substitute लेने को लेकर आया है। सुनील गावस्कर हमेशा से ही तकनीकी बल्लेबाजी और साहस के प्रतीक रहे हैं और अब भी वे क्रिकेट में ‘साहसी खेलने’ की वकालत करते हैं। हाल ही में उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पर भी निशाना साधा था, जब उन्होंने भारत पर मानसिक दबाव बनाने के लिए यह बयान दिया कि भारतीय टीम डर गई है। इस पर गावस्कर ने कहा था कि शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ियों को स्टोक्स से सवाल पूछना चाहिए कि जब इंग्लैंड हार रहा था तब उन्होंने क्यों देरी से घोषणा की। 1971 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ डेब्यू से लेकर 1987 में रिटायरमेंट तक, सुनील गावस्कर ने भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाई दी और टेस्ट में 10,000+ रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने। उनके नाम 34 टेस्ट शतक हैं और वह अब भी ICC हॉल ऑफ फेम, पद्म भूषण, और लाइफटाइम अचीवमेंट जैसे सम्मानों से सम्मानित रहते हैं। क्रिकेट से रिटायर होने के बाद गावस्कर ने कमेंट्री और लेखन में भी खूब नाम कमाया। उनके विचार आज भी युवा खिलाड़ियों और फैंस को सोचने पर मजबूर कर देते हैं। गावस्कर का कहना है कि क्रिकेट सिर्फ बैट-बॉल का खेल नहीं, बल्कि साहस और आत्मविश्वास का नाम है – और इसे निभाना हर खिलाड़ी की जिम्मेदारी है।