अर्चिता फुकन के नाम से वायरल वीडियो का खौफनाक सच आया सामने; AI के जरिए रची गई थी छवि खराब करने की साजिश
डिजिटल डेस्क: सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अर्चिता फुकन, जिन्हें डिजिटल दुनिया में ‘बेबीडॉल आर्ची’ के नाम से जाना जाता है, पिछले कुछ समय से एक विवादित वीडियो को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। हालांकि, इस मामले की गहराई से जांच करने पर जो तथ्य सामने आए हैं, वे किसी भी इंटरनेट यूजर के होश उड़ाने के लिए काफी हैं।
TheGreatNews.in की पड़ताल के अनुसार, अर्चिता के नाम से फैलाया जा रहा वीडियो पूरी तरह से फर्जी है और इसे आधुनिक AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक यानी ‘डीपफेक’ के जरिए तैयार किया गया था। इस साजिश के पीछे उनके एक पूर्व परिचित का हाथ बताया जा रहा है, जिसने पुरानी रंजिश के चलते अर्चिता के चेहरे का गलत इस्तेमाल कर समाज में उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया।
इस मामले में असम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे यह साफ हो गया है कि तकनीक का दुरुपयोग कर किसी की निजी जिंदगी में दखल देना कानूनन जुर्म है। अर्चिता ने खुद सोशल मीडिया पर आकर अपनी चुप्पी तोड़ी और बताया कि कैसे एक महिला को डिजिटल युग में मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। यह खबर उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो बिना जांच-पड़ताल के किसी भी वायरल सामग्री पर भरोसा कर लेते हैं या उसे आगे साझा करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डीपफेक तकनीक अब इतनी उन्नत हो चुकी है कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है, इसलिए किसी भी ‘वायरल वीडियो’ की पुष्टि किए बिना उसे सच मानना घातक हो सकता है।