कोलंबिया के शिक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला, सभी स्कूलों में अनिवार्य होगी ‘इमोशनल एजुकेशन’ की कक्षा
कोलंबिया के शिक्षा मंत्रालय (Ministerio de Educación) ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए घोषणा की है कि वर्ष 2026 से देशभर के सभी स्कूलों में ‘इमोशनल एजुकेशन’ यानी भावनात्मक शिक्षा की कक्षा अनिवार्य होगी। यह कक्षा प्री-स्कूल से लेकर माध्यमिक स्तर तक लागू की जाएगी और इसका उद्देश्य छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करना, आत्मविश्वास बढ़ाना और बुलीइंग जैसी समस्याओं को जड़ से खत्म करना है।
सरकार ने इस फैसले को औपचारिक रूप से संसद में पारित करके लागू कर दिया है, और अब शिक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और ICBF मिलकर शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण देंगे ताकि वे बच्चों को भावनात्मक रूप से जागरूक और मज़बूत बना सकें। इस कक्षा में छात्रों को आत्म-नियंत्रण, सहानुभूति, तनाव प्रबंधन, निर्णय लेने और संवाद कौशल जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ाए जाएंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में 28 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में यह कदम कोलंबिया सरकार की ओर से एक दूरदर्शी और सकारात्मक पहल माना जा रहा है, जो न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाएगा, बल्कि आने वाली पीढ़ी को मानसिक रूप से भी सशक्त बनाएगा।