फरीदाबाद जेल से दुष्कर्म आरोपी की गलती से रिहाई, बिहार से पकड़ा गया फिर से
फरीदाबाद की नीमका जेल से एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है, जहां एक नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को नाम और पिता के नाम की समानता के चलते गलती से रिहा कर दिया गया। यह गंभीर प्रशासनिक चूक 26 मई को सामने आई, जब जेल से रिहा होना था ओल्ड फरीदाबाद निवासी नितेश कुमार को, लेकिन रिहाई मिल गई बिहार के पटना निवासी दुष्कर्म आरोपी नितेश पांडे को।
दोनों कैदियों के नाम ‘नितेश’ और पिता का नाम ‘रविंद्र’ होने के कारण भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई। इसी का फायदा उठाते हुए दुष्कर्म आरोपी नितेश पांडे ने खुद को नितेश कुमार बताकर जेल से बाहर निकल गया। असली नितेश कुमार जब अपनी रिहाई के लिए आवाज उठाने पहुंचा, तब इस चूक का खुलासा हुआ।
फौरन हरकत में आई फरीदाबाद पुलिस ने आरोपी नितेश पांडे को बिहार के पटना जिले के कालीपुर गांव से गिरफ्तार किया और दोबारा न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। घटना के बाद जेल प्रशासन ने पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
गौरतलब है कि नितेश पांडे 2021 में फरीदाबाद के सेक्टर 58 इलाके में नौ वर्षीय बालक के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और तभी से जेल में बंद था। जबकि जिसे रिहा किया जाना था वह घर में घुसकर मारपीट के केस में बंद था और उसे उसी दिन अदालत से जमानत मिली थी।
जेल उपाधीक्षक विक्रम कुमार ने बयान दिया कि दोनों कैदियों के नाम और पिता के नाम एक जैसे होने की वजह से यह गलती हुई, लेकिन इस घटना ने जेलों में कैदियों की पहचान सत्यापन प्रणाली की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। यह घटना प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
अब सवाल यह है कि अगर समय पर यह गलती पकड़ में न आती, तो क्या एक दुष्कर्म आरोपी यूं ही कानून को ठेंगा दिखाकर फरार हो जाता? ऐसे मामलों में जवाबदेही तय करना और सिस्टम को सुधारना अब और भी जरूरी हो गया है।