“जंगल में गूंजती थी विदेशी महिला की आवाज़” – कर्नाटक की गुफा में छिपी थी एक कहानी, जिसने दुनिया को हैरान कर दिया

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“जंगल में गूंजती थी विदेशी महिला की आवाज़” – कर्नाटक की गुफा में छिपी थी एक कहानी, जिसने दुनिया को हैरान कर दिया

 

कोई नहीं जानता था कि कर्नाटक की पहाड़ियों के बीच, एक वीरान गुफा में एक विदेशी माँ अपनी दो बेटियों के साथ रह रही है। ना आसपास कोई घर, ना किसी के कदमों की आहट — बस पेड़ों की सरसराहट और झरनों की गूंज। लेकिन जब फॉरेस्ट विभाग ने एक रूटीन जांच में वहां दस्तक दी, तो खुला एक ऐसा राज़ जो अब दुनिया को चौंका रहा है।

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नीना कुटिना, रूस की रहने वाली, उम्र करीब 40 साल। साथ में थीं उनकी दो बेटियाँ। तीनों भारत आईं — और शहरों की चकाचौंध छोड़, सीधे जंगल को अपना नया ठिकाना बना लिया।

 

उनके पास न इंटरनेट था, न बिजली, न फ्रीज, न स्मार्टफोन — और न ही किसी से संपर्क।

उन्होंने खुद अपने लिए चुना था ये एकांत, ये सन्नाटा।

जंगल में गूंजा विदेशी माँ का संन्यास, कर्नाटक की गुफा बनी Russia से आई महिला का घर https://www.thegreatnews.in/bharat/foreign-mothers-retirement-in-the-forest-retire/

कई महीने तक ये विदेशी परिवार जंगल में गुफा के भीतर रहा — बच्चों ने मिट्टी से खेलना सीखा, झरनों में नहाना, पेड़ों से बातें करना और रात के अंधेरे में मां की गोद में तारे गिनना। ये सब किसी कल्पना जैसा लगता है, लेकिन यह 100% सच्चाई है।

 

जब अफसरों ने महिला से पूछा कि उन्होंने ये सब क्यों किया? उनका जवाब था सीधा और सधा हुआ:

 

“क्योंकि मैं अपने बच्चों को जिंदगी की असली तस्वीर दिखाना चाहती थी — वो तस्वीर जो मोबाइल की स्क्रीन में नहीं, प्रकृति की गोद में

मिलती है।”

 

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