ट्रंप के भारत संबंधी अस्पष्ट बयान ने बढ़ाई अटकलें – विदेश नीति पर उठे सवाल
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2025 के चुनावी दौड़ में सबसे चर्चित नेता डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हाल ही में भारत को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीति और कूटनीति के हलकों में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने एक चुनावी रैली के दौरान भारत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “भारत के साथ सबकुछ ठीक होगा, लेकिन कुछ चीजें हैं जिन पर बाद में बात होगी।” उनके इस अस्पष्ट बयान (Ambiguous Statement on India) ने अमेरिकी विदेश नीति पर अटकलों का दौर तेज कर दिया है।
ट्रंप के इस बयान को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। वह भारत-अमेरिका संबंधों (India-US Relations) को लेकर अपनी स्थिति साफ नहीं करना चाहते ताकि चुनाव के बाद अपनी डील मेकिंग पॉलिसी (Deal Making Policy) को लागू करने के लिए गुंजाइश बनी रहे। वहीं दूसरी ओर, उनके विरोधी इसे कूटनीतिक अनिश्चितता और वैश्विक सहयोग के लिए खतरा बता रहे हैं।
भारत को लेकर ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका-भारत संबंध मजबूत दौर से गुजर रहे हैं। रक्षा सहयोग, व्यापार समझौते और तकनीकी साझेदारी जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के बीच लगातार प्रगति हो रही है। लेकिन ट्रंप की ओर से आया यह अस्पष्ट बयान भारत में भी चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर #TrumpOnIndia और #IndiaUSRelations ट्रेंड करने लगे हैं।
भारतीय राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ट्रंप की बयानबाजी में हमेशा से डील और व्यापारिक लाभ का एंगल रहा है। वे अक्सर अपने बयानों में अनिश्चितता छोड़ देते हैं ताकि भविष्य में सौदेबाजी के लिए रास्ता खुला रहे। इस बार भी उनका इशारा संभवतः व्यापारिक समझौतों, टैरिफ या रक्षा सौदों से जुड़ा हो सकता है।
अमेरिकी मीडिया ने इस बयान को ‘Strategic Ambiguity’ बताया है। यानी ट्रंप ने जानबूझकर भारत को लेकर अस्पष्ट रुख अपनाया है ताकि वह अपने समर्थकों को यह संदेश दें कि वे अमेरिकी हितों को प्राथमिकता देंगे। हालांकि आलोचक कह रहे हैं कि इस तरह के बयानों से भारत जैसे बड़े सहयोगी देश के साथ भरोसे