Uttarakhand Monsoon Floods 2025 – उत्तराखंड में बाढ़ का कहर और राहत-बचाव की ताज़ा स्थिति
Uttarakhand Monsoon Floods 2025 ने एक बार फिर पहाड़ी राज्य की नाज़ुक भौगोलिक स्थिति और प्राकृतिक आपदाओं के खतरे को उजागर कर दिया है क्योंकि इस बार मानसून की तेज़ बारिश ने नदियों और झीलों का जलस्तर बढ़ा दिया जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए, खासकर देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं, लगातार हो रही बारिश की वजह से गाड़ियां बह गईं, घर ढह गए और गांवों का संपर्क टूट गया, Uttarakhand Monsoon Floods 2025 में अब तक सैकड़ों लोगों के बेघर होने और कई लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी हैं, NDRF, SDRF और सेना की टीमें हेलीकॉप्टर और बोट की मदद से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं, वहीं प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों को अस्थायी राहत कैंप में बदल दिया है जहां पीड़ित परिवारों को भोजन और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
Uttarakhand Monsoon Floods 2025 का सबसे खतरनाक असर सड़कों और पुलों के टूटने से देखने को मिला है क्योंकि चारधाम यात्रा मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन (landslide) की वजह से यात्रियों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं, कई जगहों पर गंगा और यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और सरकार ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है, मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक और भारी बारिश की चेतावनी दी है जिससे हालात और गंभीर हो सकते हैं, उत्तराखंड सरकार ने हाई अलर्ट जारी करते हुए सभी जिलाधिकारियों को 24×7 कंट्रोल रूम एक्टिव रखने का निर्देश दिया है, सोशल मीडिया पर Uttarakhand Floods 2025 से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं जिनमें लोग मदद की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं, मुख्यमंत्री ने हालात का जायजा लेते हुए केंद्र सरकार से मदद मांगी है और प्रधानमंत्री ने भी राहत पैकेज देने का आश्वासन दिया है।
Uttarakhand Monsoon Floods 2025 ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक उत्तराखंड जैसे संवेदनशील राज्यों में बिना सोचे-समझे निर्माण कार्य चलते रहेंगे, विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज की वजह से ऐसी आपदाओं की आवृत्ति लगातार बढ़ रही है और अगर समय रहते सरकार ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर ध्यान नहीं दिया तो भविष्य में और भी भयानक स्थितियां पैदा हो सकती हैं, फिलहाल राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित जगहों पर रहें, कुल मिलाकर Uttarakhand Monsoon Floods 2025 ने राज्य के लोगों को गहरे संकट में डाल दिया है और अब सबकी नज़र इस बात पर है कि सरकार और प्रशासन कितनी जल्दी हालात को सामान्य बना पाते हैं।