West Bengal CEO Manoj Agarwal Takes Charge – चुनाव प्रक्रिया में शुुरुआत अब और सख्त
West Bengal के नए Chief Electoral Officer, Shri Manoj Kumar Agarwal (IAS, 1990 बैच) ने हाल ही में अपना कार्यभार संभाला है और राज्य में 2026 विधानसभा चुनावों की तैयारियों को पुख्ता करने की शुरुआत कर दी है, उन्होंने District Magistrates (DMs) को निर्देश दिए हैं कि वे पिछले एक वर्ष में वोटर लिस्ट में जो भी नाम जोड़ने का काम हुआ है, उसकी रिपोर्ट 14 अगस्त तक रिपोर्ट करें ताकि “phantom voters” को खत्म किया जा सके और यदि कोई लोकल अधिकारी irregularities में पाए गए तो उन पर जेल या जुर्माना जैसी कार्रवाई की जा सके, साथ ही उन्होंने Form 6 (वोटर जोड़ी के लिए आवेदन) की disposal प्रक्रिया की सैंपल जांच के आदेश दिए हैं क्योंकि कई मामलों में BLO व ERO द्वारा verification के बिना फर्जी नाम जोड़े गए और unauthorized लोग डेटा में फेरबदल के लिए शामिल पाए गए — इस पर CEO का कहना है कि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है अगर इसे समय रहते नहीं रोका गया, और उन्होंने सभी district administrations से strict compliance की मांग की है; चुनाव आयोग (EC) ने भी राज्य सरकार को CEO कार्यालय को एक स्वतंत्र Election Department के रूप में delink करने, उसे पूर्ण वित्तीय व प्रशासनिक स्वायत्तता देने, और ऊपर से चार खाली पद (Additional, Joint, Deputy CEOs) भरने का निर्देश दिया है ताकि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष रहे, साथ ही EC ने SIR (Special Intensive Revision) की तैयारी में बूथ‑स्तर अधिकारी (BLOs, BLAs) की ट्रेनिंग सुनिश्चित करने, बूथों में वोटर सीमा 1,200 से अधिक न हो, तथा हर बूथ को एक ही BLO की जिम्मेदारी हो जैसे नियम लागू करने को कहा है — CEO Manoj Agarwal की यह मजबूत कार्रवाई दिखाती है कि चुनावी लिस्ट की पारदर्शिता और प्रतिबद्धता के लिए अब कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।.