किसे कहते हैं लक बाय चांस ये खबर पढ़ें समझ आ जाएगा
किसे कहते हैं लक बाय चांस, या कहें कि देने वाला जब भी देता है छप्पर फाड के देता है, जी हां कुछ ऐसा ही व्यक्ति के साथ हुआ कि पुरी तरह से कर्ज में डुबा हुआ था, और घर पर बैंक ने कुर्की का नोटिस भी चस्पा कर दिया, लेकिन अचानक ऐसा कुछ हुआ कि वो बन गया लखपति, और कर्ज तो उतारा ही साथ ही संवारी अपनी जिन्दगी, जी हां ये कोी कहानी नहीं है ना ही कोई फिल्मी स्टोरी कि जिसे आप सिर्फ इत्तेफाक कहें, लेकिन ये सच है कि देने वाला छप्पर फाड के देता है, क्या है पुरा मामला हम आपको बताते है।
दर्सल केरल में एक मछली बेचने वाला जब अपनी किस्मत को कोस रहा था और लाखों के कर्ज के बोझ तले दबा था, तभी उसकी किस्मत खुल गई। उसने 70 लाख रुपये की लॉटरी । लॉटरी भी ऐसे वक्त पर जीती, जब उसे बैंक से कुर्की का नोटिस मिल चुका था। दिवाली से पहले लक्ष्मी की ऐसी कृपा से व्यक्ति के तो भाग्य ही खुल गए हैं। उनका नाम पुकुंजू है। 12 अक्तूबर को अपने दिन की शुरुआत हमेशा की तरह की लॉटरी का टिकट खरीदा। वे रोज ही दिन में बेची जाने वाली मछली को इकट्ठा करने के लिए जाते समय वक्त लॉटरी का टिकट खरीदते थे। इस बार में उन्हें 70 लाख रुपये का पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ।
पुकुंजू ने बताया कि जब वह दोपहर में घर लौटे तो उन्हें पता चला कि बैंक ने उनके घर के संबंध में कुर्की का नोटिस भेजा है। उन्होंने बैंक से करीब नौ लाख रुपये का लोन लिया था। इसे चुकाने में वह असमर्थ थे। पुकुंजू की पत्नी ने बताया कि बैंक से नोटिस मिलने के बाद हम निराश थे। हमें नहीं पता था कि क्या करना है। अपनी संपत्ति बेचनी है या नहीं। हमारे दो बच्चे हैं, एक लड़का और एक लड़की। दोनों पढ़ रहे हैं। इस राशि से वे अपना कर्ज चुकाएंगे और बच्चों की अच्छे से परवरिश करेंगे।