यशस्वी जायसवाल का धमाका – ओवल टेस्ट में रचा इतिहास, बने भारत के नए ‘रन मशीन’!
भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे यशस्वी जायसवाल ने ओवल टेस्ट में जो कारनामा किया है, उसने न सिर्फ इतिहास रच दिया बल्कि उन्हें टीम इंडिया की अगली बड़ी उम्मीद के तौर पर स्थापित कर दिया है। इंग्लैंड के ऐतिहासिक ओवल मैदान में खेले गए इस मुकाबले में यशस्वी ने अपने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया कि क्रिकेट जगत दंग रह गया – उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाकर ना केवल भारत को जीत की राह दिखाई बल्कि एक नया रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। पहली पारी में 161 रनों की क्लासिक पारी और दूसरी पारी में 102 रनों का आक्रामक शतक इस बात का प्रमाण है कि यशस्वी अब अनुभवहीन नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के मजबूत स्तंभ बन चुके हैं। उनका स्ट्राइक रेट, शॉट सेलेक्शन और क्रीज़ पर संयम देखकर क्रिकेट के दिग्गजों ने भी उनकी जमकर तारीफ की, और कई ने उन्हें अगला ‘गंभीर’ या ‘लक्ष्मण’ कह दिया। खास बात यह है कि ओवल टेस्ट में उन्होंने इंग्लैंड के सबसे खतरनाक गेंदबाज़ों जैसे जेम्स एंडरसन, मार्क वुड और क्रिस वोक्स को भी खेलने का तरीका सिखा दिया। जहां कई बल्लेबाज कंडीशन से जूझ रहे थे, वहीं यशस्वी ने इंग्लिश स्विंग, बाउंस और प्रेसर का सामना बड़ी समझदारी से किया और अपना पहला विदेशी दोहरा शतक भी लगभग छू लिया। उनके इस प्रदर्शन ने ICC की टेस्ट रैंकिंग में उन्हें टॉप 10 बल्लेबाजों की दौड़ में पहुंचा दिया है। इतना ही नहीं, ओवल टेस्ट के बाद उनके टेस्ट औसत में जबरदस्त बढ़त देखी गई — 13 मैचों में 6 शतक और 3 अर्धशतक के साथ अब उनका औसत 58+ हो चुका है। यशस्वी ने यह भी साबित कर दिया कि वो सिर्फ T20 फॉर्मेट के खिलाड़ी नहीं, बल्कि टेस्ट जैसे मुश्किल फॉर्मेट में भी दम दिखा सकते हैं। सोशल मीडिया पर #JaiswalAtOval ट्रेंड करने लगा और लाखों क्रिकेट फैंस ने उनकी इनिंग्स को “2025 की बेस्ट टेस्ट पारी” करार दिया। भारतीय कप्तान और कोच ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “यशस्वी अब टीम इंडिया की ओपनिंग की रीढ़ बन चुके हैं”। ओवल टेस्ट के बाद भारतीय टीम ने 2-1 से सीरीज़ जीत ली और इसका श्रेय बहुत हद तक यशस्वी की शानदार बल्लेबाज़ी को ही दिया जा रहा है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर यशस्वी ऐसे ही प्रदर्शन करते रहे, तो वो जल्द ही भारत के 10000 टेस्ट रन क्लब में शामिल हो सकते हैं। उनके तकनीकी दृष्टिकोण, मानसिक स्थिरता और आक्रामक सोच ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का ‘आधुनिक टेस्ट योद्धा’ बना दिया है। ओवल टेस्ट ने सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत कर दी है, जहाँ यशस्वी जायसवाल अब सिर्फ एक युवा खिलाड़ी नहीं — बल्कि एक भरोसेमंद मैच विनर बनकर उभरे हैं, जिन पर अब हर भारतीय को गर्व है।