उत्तराखंड में 5 नए ,संगठनात्मक जिले गठित मिशन 2024
लोकसभा चुनाव की तैयारी
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर देश के अंदर सभी पार्टियां अलर्ट पर दिखाई दे रहे हैं और अपने स्तर से तैयारियां करनी भी शुरू कर दी हैं जिसको लेकर उत्तराखंड में भी बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है, उत्तराखंड में लंबे समय से 5 जिलों की मांग चुनावी हथियार बनता आ रहा हैं, बैठक में भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में पांच नए संगठनात्मक जिले गठित कर दिए हैं।, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की नई टीम के मोर्चे और प्रकोष्ठ 15 सितंबर तक गठित कर दिए जाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों की बैठक में पांच नए संगठनात्मक जिलों के गठन की सूचना दी गई। काशीपुर ऋषिकेश कोटद्वार रुड़की और रानीखेत का नाम शामिल है। बैठक की चर्चा में तय किया गया है कि 15 सितंबर तक सभी मोर्चे और प्रकोष्ठ भी घटित भी कर दिया जाएगा , बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भाजपा इस मुकाम पर अपने कामों की वजह से पहुंची है, सामाजिक परिवर्तन की दिशा में भाजपा ने चिंतन और मनन के आधार पर समाज को खुद से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों में सभी कार्य योजना समाज को केंद्रित करके बनती है।
देवों की नगरी कहे जाने वाले उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी और लोकसभा सांसद रेखा वर्मा बैठक का कहा की सभी अपनी जिम्मेदारी दायित्व को निभाएंगे आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएं उन्होंने कहा कि मोदी धानी सरकार की उपलब्धियां जन-जन तक पहुंचाने जरूरी है विपक्ष आज मुद्दा विहीन है इसलिए झूठ और भ्रम का सहारा लेकर लोगों को भ्रमित करता हुआ दिखाई दे रहा है, हम सब किस लिए हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि विपक्ष के झूठ में देश की जनता ना आए वह विपक्ष के झूठ को बेनकाब करे,
बैठक में उपस्थित प्रदेश महामंत्री संगठन अजय ने अपने विचार रखते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी समाज व समाज में हम अपना अच्छा व्यवहार स्थापित कर के ही आगे बढ़ सकते हैं सभी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को पार्टी की ओर से बनाई गई योजनाओं को लाभार्थियों को फायदा दिलाने के लिए घर घर जाने का भी आह्वान किया उन्होंने है भी कहा कि क्षेत्र और जिले स्तर पर विभाग-प्रकोष्ठों के कार्यकर्ताओं को समायोजित किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नए दायित्वों से जुड़े लोग जनता से सीधा संवाद रखें और संगठन की नीतियों को जन-जन से जोड़कर इसे और अधिक व्यापक बनाएं। सभी ईमानदारी पूर्वक 2024 के लक्ष्य प्राप्ति में जुट जाएं।