दिन में भाई साहब, रात में भाईजान: संदीप सहगल की चुनावी रणनीति पर सवाल” राहुल पैगिया का बड़ा हमला
अज़हर मलिक
काशीपुर : भा.ज.पा. जिला कोषाध्यक्ष राहुल पैगिया ने कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी संदीप सहगल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनका चुनाव प्रचार बिल्कुल ‘दोहरा’ है। पैगिया ने आरोप लगाया कि संदीप सहगल हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के बीच एक ‘अलग खेल’ खेल रहे हैं।
पैगिया का कहना था कि संदीप सहगल हिंदू मतदाताओं के बीच प्रचार करते वक्त सिर्फ अपनी तस्वीरें दिखाते हैं और उन्हें कहते हैं कि “मुझे देखो, पार्टी को मत देखो।” वहीं दूसरी ओर, जब वह मुस्लिम वार्डों में जाते हैं तो कहते हैं, “मैं कांग्रेस का प्रत्याशी हूं, कांग्रेस के सिंबल पर वोट दें।” पैगिया ने इसे एक सख्त ‘धोखाधड़ी’ करार दिया और कहा, “संदीप सहगल दिन में भाई साहब से प्रेम करते हैं और रात में भाईजान के साथ खड़े होते हैं।”
राहुल पैगिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संदीप सहगल के प्रचार के तरीके पर गहरी आपत्ति जताई। उन्होंने यह भी कहा, “संदीप सहगल हिंदू इलाकों में दिन में प्रचार करते हैं और मुस्लिम इलाकों में रात के अंधेरे में जाकर अपना एजेंडा फैलाते हैं। क्या यह कोई साजिश तो नहीं? क्या ये लैंड जिहाद की योजना बना रहे हैं?” पैगिया ने कांग्रेस के इस रवैये को “धोखा देने वाली राजनीति” बताया, और यह तक कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी का डीएनए ही धोखा देने वाला है।
संदीप सहगल को निशाने पर लेते हुए राहुल पैगिया ने उदाहरण दिया कि कैसे कांग्रेस ने पिछले चुनावों में भी अपने उम्मीदवारों को धोखा दिया। “मुक्ता सिंह को पिछले मेयर चुनाव में धोखा दिया था, और विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने बाबासाहेब के बेटे के साथ धोखा किया था,” पैगिया ने कहा।
अब काशीपुर के आगामी नगर निगम चुनाव के संदर्भ में, राहुल पैगिया ने संदीप सहगल के चुनावी वादों पर सवाल उठाए। “संदीप सहगल कह रहे हैं कि काशीपुर का नक्शा बदल देंगे। लेकिन क्या वह यह नक्शा लैंड जिहाद के जरिए बदलने की बात कर रहे हैं? काशीपुर को मुस्लिम बहुल बनाना चाहते हैं?” पैगिया ने ये सवाल उठाए और कांग्रेस की नीयत पर सवाल खड़े किए।
पैगिया ने यह भी कहा कि जब एक हिंदू व्यापारी का नक्शा पास होता है, तो कांग्रेस प्रेस कांफ्रेंस कर देती है, लेकिन गौकशी पर कोई बयान नहीं देती। “कांग्रेस के अध्यक्ष ने काशीपुर के 40 वार्डों में से सिर्फ 16 वार्डों में हिंदू प्रत्याशी क्यों उतारे?” यह सवाल भी पैगिया ने उठाया।
आखिरकार, राहुल पैगिया ने कहा, “हम राम से भी प्रेम करते हैं और कलाम से भी, लेकिन कसाब से नहीं।” वह यह स्पष्ट करना चाहते थे कि बीजेपी के लिए धर्म का मतलब प्रेम है, न कि धोखा। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी पर आरोप लगाया कि वे दोनों समुदायों को एक साथ धोखा दे रहे हैं।