हाथी की चाल से विपक्ष परेशान, सलीम अंसारी का प्रचार बना चर्चा का केंद्र
अज़हर मलिक
महुआ खेड़ा गंज में इस बार हाथी की चाल ने विपक्ष के खेमे में खलबली मचा दी है। बसपा प्रत्याशी सलीम अंसारी का घर-घर पहुंचने का अभियान और जनता का बढ़ता समर्थन उनकी जीत की कहानी लिखने की ओर इशारा कर रहा है।
महुआ खेड़ा गंज के विजयनगर मोहल्ले में बसपा प्रत्याशी सलीम अंसारी ने अपने प्रचार अभियान को नई ऊंचाई दी है। सलीम अंसारी ने जिस आत्मविश्वास और ठोस योजनाओं के साथ प्रचार शुरू किया है, वह सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
सलीम अंसारी ने घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिया। खास बात यह है कि बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं ने उन्हें खुलकर समर्थन दिया। उनकी सादगी और व्यवहार ने मोहल्ले के लोगों का दिल जीत लिया है।
बसपा का चुनाव चिन्ह हाथी, जो धीमी मगर मजबूत चाल के लिए जाना जाता है, इस बार विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। सलीम अंसारी ने अपने प्रचार को व्यवस्थित और योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया है। उनकी यह ‘हाथी की चाल’ भले ही धीमी दिखे, लेकिन यह विपक्ष को पछाड़ने की तैयारी में है।
विपक्षी खेमे में इस बढ़ते समर्थन को लेकर बेचैनी साफ नजर आ रही है। सलीम अंसारी के प्रति जनता का झुकाव और उनकी लोकप्रियता ने विरोधियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सलीम अंसारी का जमीन से जुड़ाव और उनके द्वारा दी गई भरोसे की भावना उन्हें अन्य उम्मीदवारों से अलग बनाती है। मोहल्ले के बुजुर्गों ने कहा, हाथी की चाल भले धीमी हो, लेकिन यह हमेशा दूर तक जाती है। सलीम अंसारी हमें भरोसेमंद लगते हैं।
महुआ खेड़ा गंज में चुनावी मुकाबला अब बेहद रोचक मोड़ पर है। सलीम अंसारी की ‘हाथी की चाल’ विपक्ष के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है।