काशीपुर में प्रशासन का बुलडोज़र अलर्ट, गेबिया नाले पर अतिक्रमण हटाने की तैयारी तेज
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही काशीपुर प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है। उधम सिंह नगर जनपद के काशीपुर शहर में बरसात के दौरान जलभराव की गंभीर समस्या लंबे समय से बनी हुई है, और अब प्रशासन ने इसका सीधा समाधान तलाशते हुए गेबिया नाले को अतिक्रमण से मुक्त कराने का बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। प्रशासन की संयुक्त टीम आज गेबिया नाले के निरीक्षण पर पहुंची, जहां नाले पर हो रहे अवैध निर्माणों को चिन्हित किया गया। कुछ अतिक्रमणों को तत्काल चिन्हित किया गया, जबकि अन्य स्थानों पर भी जांच कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम काशीपुर अभय सिंह के नेतृत्व में नगर पालिका, तहसील प्रशासन और अन्य विभागों की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि नाले के कई हिस्सों पर वर्षों से निजी निर्माण किए गए हैं, जिनकी वजह से पानी की निकासी बाधित होती रही है। अब प्रशासन ने इन अतिक्रमणकारियों को स्पष्ट अल्टीमेटम दे दिया है—यदि वे स्वयं से अपना निर्माण नहीं हटाते हैं, तो अगली बार बुलडोज़र लेकर टीम पहुंचेगी।
यह पूरी कार्रवाई मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के बाद शुरू की गई है। गेबिया नाले पर लगातार हो रहे अतिक्रमण से हर साल बारिश में शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन जाती है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होता है। ऐसे में यह कदम शहर को एक बड़ी राहत देने वाला माना जा रहा है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह अभियान केवल गेबिया नाले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शहर के अन्य अतिक्रमित नालों और सार्वजनिक स्थलों पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।
अभय सिंह, एसडीएम काशीपुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि निरीक्षण के दौरान चिन्हित अतिक्रमणों को नोटिस जारी किए जाएंगे। अगर स्वेच्छा से नहीं हटाया गया तो प्रशासनिक कार्रवाई तय है। लोगों से भी अपील की गई है कि वे सहयोग करें ताकि बरसात से पहले नाले की सफाई और पानी की निकासी सुचारु रूप से हो सके।
प्रशासन की इस सख्ती से शहर में यह संदेश साफ हो गया है कि अब अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं होगा। वर्षों से जिस गेबिया नाले को नज़रअंदाज़ कर दिया गया था, अब उस पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है और काशीपुर की जनता को जलभराव की समस्या से राहत की उम्मीद बंध चुकी है।