काशीपुर के सनसिटी सिनेमा में महिला सुरक्षा पर उठे सवाल, फैमिली दर्शक हो रहे हैं परेशान
काशीपुर के सनसिटी सिनेमा हॉल में इन दिनों फिल्में देखने आने वाले फैमिली दर्शकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खास तौर पर महिला सुरक्षा, स्टाफ का व्यवहार और हॉल के अंदर का माहौल अब लोगों की नाराज़गी का कारण बन चुका है। इस सिनेमाघर में महिला दर्शकों की संख्या अच्छी खासी होती है, लेकिन इसके बावजूद भी रात में यहां महिला सिक्योरिटी गार्ड की पूरी तरह से अनुपस्थिति देखी जा रही है, खासकर रात के शो के दौरान।
दर्शकों का कहना है कि अगर किसी महिला को परेशानी हो जाए तो वहां पर कोई महिला स्टाफ मौजूद नहीं होता जो मदद कर सके। सिक्योरिटी डिपार्टमेंट में केवल लड़के ही हैं और उनमें से कई बार कुछ का व्यवहार भी असभ्य होता है। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें स्टाफ से बात करते वक्त असहजता महसूस होती है क्योंकि स्टाफ के सदस्य ठीक से बात नहीं करते।
दूसरी बड़ी समस्या है साउंड और टेम्परेचर को लेकर। लोगों ने बताया कि कई बार फिल्म के दौरान साउंड बहुत तेज़ हो जाती है, तो कभी इतनी धीमी कि संवाद भी समझ नहीं आते। वहीं, हॉल का एयर कंडीशनिंग सिस्टम भी बदहाल है — अगर दर्शक शिकायत करें तो भी उसे तुरंत ठीक नहीं किया जाता। अभी तापमान ज्यादा हो जाता है तो कोई कम नहीं करता तो कभी कम हो जाता ज्यादा नहीं करता स्टाफ अपनी मर्जी से ही कम करता है।
यहां तक कि मैनेजमेंट से बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती। दर्शकों का कहना है कि उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता और न ही कोई सुधार की प्रक्रिया नज़र आती है। इससे सिनेमाघर के प्रति लोगों का भरोसा लगातार कम होता जा रहा है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि कई बार रात के शो में कपल्स द्वारा अश्लील हरकतें की जाती हैं, जिससे परिवार के साथ फिल्म देखने आए लोग असहज हो जाते हैं। लोगों का कहना है कि हॉल के अंदर कोई निगरानी नहीं होती, जिससे ऐसा माहौल बनता है जो पूरी तरह से फैमिली ऑडियंस के लिए असुरक्षित है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक सार्वजनिक जगह पर जहां बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी मौजूद रहते हैं, वहां ऐसी गतिविधियों को अनदेखा करना मैनेजमेंट की लापरवाही और प्रशासन की चुप्पी दोनों को दर्शाता है।
अब सवाल ये है कि क्या शहर में सिनेमा हॉल जैसे सार्वजनिक स्थलों की कोई निगरानी व्यवस्था नहीं है? क्या महिला सुरक्षा केवल भाषणों तक सीमित रह गई है? और क्या मॉल मैनेजमेंट को सिर्फ टिकट बेचने से मतलब है, दर्शकों की सुरक्षा से नहीं?
काशीपुर के प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले में सख्ती से जांच करे और मॉल व सिनेमा हॉल के संचालन पर स्पष्ट गाइडलाइंस लागू कराए। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो ये सिर्फ एक सुविधा की कमी नहीं, बल्कि किसी बड़ी घटना का संकेत हो सकता है।