रवि पपनै की पिटाई से काँग्रेस में ग़ुस्सा, बीजेपी में बेचैनी!
अज़हर मलिक
काशीपुर में देर रात कांग्रेस नेता रवि पपनै पर कुछ अज्ञात हमलावरों ने बेल्टों से हमला किया। हमले के बाद कांग्रेस नेताओं ने आक्रोश जताते हुए एडिशनल एसपी ऑफिस पहुंचकर अफसरों से मुलाकात की और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने भरोसा दिया है कि जल्द कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन अब मामला सिर्फ कांग्रेस बनाम गुंडों तक नहीं रहा। आज भाजपा के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा –
> “मैंने काशीपुर में कभी गुंडों को संरक्षण नहीं दिया। ये घटना शर्मनाक है। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, वरना काशीपुर में फिर से गुंडाराज पनप जाएगा।”
चीमा ने भले ही सीधे-सीधे किसी नेता या पार्टी का नाम न लिया हो, लेकिन उनके बयान से सियासी इशारे साफ हैं – काशीपुर में अपराधियों को किसी का न किसी का समर्थन जरूर है।
वहीं हमले से पहले रवि पपनै लगातार सोशल मीडिया पर बीजेपी और पत्रकारों को निशाने पर ले रहे थे, जिससे सियासी गर्मी और तेज़ हो गई थी।
अब सवाल यह है —
क्या रवि पपनै की पिटाई एक सामान्य हमला था या इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक साज़िश है? क्या काशीपुर फिर से पुराने गुंडाराज की ओर बढ़ रहा है? क्या पुलिस वाकई निष्पक्ष कार्रवाई कर पाएगी?